शिंदे को मुख्यमंत्री पद से हटाया तो भाजपा को गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे
विधायक बच्चू कडू की चेतावनी
अमरावती/दि.23- राज्य में पिछले वर्ष बडा राजनीतिक उलटफेर हुआ. एकनाथ शिंदे शुरुआत में कुछ विधायकों को साथ लेकर महाविकास आघाडी से बाहर निकल गए और उन्होंने भाजपा के साथ सत्ता स्थापित की. शिवसेना की इसी 16 विधायकों की अपात्रता बाबत निर्णय लेने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से पूछताछ की जा रही है. न्यायालय की घटनापीठ के आदेश का नार्वेकर ने सम्मान करना चाहिए था, इन शब्दों में सरन्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड ने रोष व्यक्त किया था. अब एक सप्ताह के भीतर इस बाबत अपना मत स्पष्ट करने की बात कही गई है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपात्र साबित हुए तो, अजीत दादा पवार मुख्यमंत्री होंगे, ऐसी चर्चा फिलहाल शुरु है. इस प्रहार संगठना के विधायक बच्चू कडू ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पद से हटाया तो इसके गंभीर परिणाम भाजपा को भुगतने होंगे. उनका कोई भी प्लान काम नहीं आएगा. विधायक कडू ने आगे कहा कि, ऐसा हो नहीं सकता, लेकिन ऐसा हुआ तो भाजपा को इसके गंभीर परिणाम भुगतने ही पडेंगे. क्योंकि एकनाथ शिंदे के बीच 5 से 10 प्रतिशत मतदाता नाराज होंगे. इस कारण एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद स हटाया तो भाजपा का भाजपा की कोई भी साजिश काम नहीं आएगी. मराठा आरक्षण के बाद धनगर और मुस्लिम समाज को आरक्षण मिलने के लिए सभी समाज आक्रमक हो गए हैं. इस पर विधायक बच्चू कडू ने कहा कि सरकार ने आरक्षण का मुद्दा पूरी तरह समाप्त करना चाहिए. आरक्षण विषय यह राजनीतिक लोगों ने की हुई जातिय व्यवस्था है. क्योंकि वे विकास के नाम पर वोट नहीं ले सकते. अब चुनाव में समाज के आरक्षण पर और जाति का मुद्दा लेकर वोट मांगे जाएंगे.