एसटी बस गंदी मिली, तो आगार प्रमुख पर होगी कार्रवाई
साफ-सफाई के लिए महामंडल ने लिया नया निर्णय
मुंबई/दि.21– राज्य में एसटी बस स्थानकों की साफ-सफाई हेतु अभियान शुरु करने के बाद अब एसटी बसों की स्वच्छता हेतु अभियान शुरु करने का निर्णय राज्य परिवहन महामंडल द्बारा लिया गया है. इसके तहत अब यदि कोई एसटी बस गंदी पायी जाती है, या बस में अस्वच्छता मिलती है, तो इसके लिए संबंधित बस के आगार प्रमुख को जिम्मेदार मानकर आगार प्रमुख पर 500 रुपए प्रतिबस का दंड लगाया जाएगा. इस निर्णय के चलते आगामी 1 अक्तूबर से सभी एसटी बसों की जांच पडताल का काम शुरु किया जाएगा.
बता दें कि, इस समय राज्य में हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ठाकरे स्वच्छ व सुंदर बस स्थानक अभियान चल रहा है. इस अभियान को शुरु हुए 5 माह बीत जाने के बाद अब महामंडल ने अपना ध्यान रापनि बसों की साफ-सफाई पर केंद्रीत करना शुरु किया है. एसटी की साफ-सफाई हेतु बार-बार लिखित निर्णय जारी करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते अब सीधे आगार व्यवस्थापक पर एसटी बसों की साफ-सफाई से संबंधित जिम्मेदारी निश्चित करते हुए दंडात्मक कार्रवाई करने का प्रावधान किया गया है. इसके तहत यदि कोई बस रात्रि विश्राम यानि हॉलटींग पर गई है और अगले दिन वहां से अपने डिपो के लिए वापिस लौटते समय उक्त बस में अस्वच्छता पायी जाती है, तो इसके लिए हॉलटींग वाले डिपो प्रबंधक को जिम्मेदार माना जाएगा.
महामंडल के वरिष्ठ अधिकारियों द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य की सभी रापनि बसों की जांच पडताल हेतु मुख्यालय द्बारा 60 वरिष्ठ अधिकारियों का पथक गठित किया गया है. इस पथक को प्रतिमाह अपने-अपने क्षेत्र में कम से कम 15 बसों की जांच पडताल करने का निर्देश दिया गया है. इस पथक द्बारा बसों की साफ-सफाई को देखते हुए विभिन्न मापदंडों के आधार पर बस की स्वच्छता को गुणांकन दिया जाएगा. साथ ही बेहद कम अंक रहने वाली बस के आगार व्यवस्थापक पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी. इस फैसले के चलते रापनि बसों के आगार प्रमुखों में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.
* एसटी बसे सबसे अस्वच्छ
वेस्ट, नवी मुंबई परिवहन, कर्नाटक राज्य मार्ग परिवहन महामंडल, गोवा राज्य मार्ग परिवहन महामंडल द्बारा चलाए जाने वाली बसों की तुलना में राज्य परिवहन महामंडल की बसें कहीं अधिक अस्वच्छ व गंदी पायी गई. बार-बार परिपत्रक भेजकर, बैठक बुलाकर तथा निर्देश देकर भी एसटी बसों की साफ-सफाई को लेकर स्थानीय प्रशासन द्बारा गंभीरता के साथ काम नहीं किया जा रहा. जिसके चलते अब दंडात्मक कार्रवाई का कदम उठाते हुए रापनि बसों में साफ-सफाई को लेकर जबाबदेही भी तय की गई है.
* इन बातों की पडताल पर दिए गए अंक
– बसों की अस्वच्छता और बस के भीतर रहने वाले कचरे की सफाई
– बस के दरवाजा व अंदर व बाहर से अच्छी तरह धोकर पोछते हुए साफ करना
– बस के अंदर व बाहर लगाए गए सभी अनधिकृत स्टीकर, पोस्टर, पॉमलेट व हैंडआउट को निकालना
– बसों के भीतर सीटों की साफ-सफाई
– बसों की सभी खिडकियों व पर्दो की साफ-सफाई
– चालक कैबिन व डैशबोर्ड को कपडे से पोछकर साफ करना
– यात्री सामान यानि लगेज बुथ को पानी से धोकर साफ करना
– वाहन चालक के ठीक सामने रहने वाले कांच को पानी से अच्छी तरह धोकर सुखे कपडे से पोछना
– बस के पिछले हिस्से वाले कांच को अंदर व बाहर से साफ करना
– बस कहां से निकलकर कहां से होते हुए किस गंतव्य पर जाने वाली है, इसका स्पष्ट उल्लेख रहने वाला फलक बस के सामने लगाना