अमरावती

विद्यार्थी स्कूल नहीं आए तो घर लेने पहुंच जाते है शिक्षक सुरदुसे

आज के युग में भी है ऐसे है आदर्श शिक्षक

बच्चों के हित के लिए नित्य नये उपक्रम चलाए जाते है
अमरावती-/ दि.12 आज के युग में विद्यार्थियों के हित के लिए अपना जीवन समर्पित करनेवाले शिक्षक बिरले ही उंगलियां पर गिनने जितने दिखाई देते है. मगर प्रशांत नगर स्थित मातोश्री रमाबाई आंबेडकर विद्यालय व कनिष्ठ महाविद्यालय के आदर्श शिक्षक पवन सुरदुसे अपने अनोखे रवैये के लिए विख्यात है. अगर कोई विद्यार्थी स्कूल नहीं पहुंचता है वे खुद विद्यार्थी को लेने के लिए उनके घर चले जाते है. जिससे स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति हमेशा बनी रहती है.
मातोश्री रमाबाई आंबेडकर विद्यालय व कनिष्ठ महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक पवन सुरदुसेे हमेशा ही विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग उपक्रम चलाकर बच्चों की खामियों को दूर करने के लिए प्रयासरत रहत है. कभी संगीत कुर्सी तो कभी चित्रकला प्रतियोगिता जैसे उपक्रम चलाते हुए पढाई के साथ बच्चों के मानसिक विकास पर जोर देते है. सुरदुसेे स्कूल के बच्चें अगर किसी वजह से स्कूल नहीं आते है तो वे उनका हाल जानने बच्चों के घर पहुंच जाते है. इतना ही नहीं ऑटो व अपनी मोटर साइकिल के माध्यम से बच्चों को स्कूल ले जाकर पढाते है. उनका यह रैवया पालको के मन में घर कर गया है. उनके प्रति विद्यार्थियों के हर पालक बढाई करते हुए दिखाई देते है. हाल ही में कुछ विद्यार्थी स्कूल नहीं आए तब उन्होंने खुद के किराए से ऑटो किया और गैर हाजिर रहनेवाले हर विद्यार्थी के घर गए और उन विद्यार्थियों को बकायदा ऑटों में बिठाकर स्कूल लेकर आए. शिक्षक के इस तरह के रैवये से अधिकांश विद्यार्थी गैर हाजिर रहने के बारे में सोच भी नहीं पाते. अगर घर से स्कूल के लिए निकले विद्यार्थी स्कूल नहीं पहुंचते है तो शिक्षक उनके घर पहुंच जाते है. जिससे विद्यार्थियों की पोल खुल जाती है. इस डर के मारे भी विद्यार्थियों को चाहे मजबूरी हो या चाहे खुशी से स्कूल जाना पडे मगर वे स्कूल जरूर जाते है. शिक्षक पवन सुरदूसे की वजह से शिक्षा क्षेत्र में एक नई क्रांति दिखाई दे रही है. उनके इस कदम का अन्य शिक्षकों ने भी अनुसरण करना चाहिए, ऐसा पालको द्बारा व्यक्त किया जा रहा है, इस बारे में एक पालक ने भी जानकारी दी.

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