अमरावतीमहाराष्ट्र

भए प्रकट कृपाला, दीन दयाला, कौशल्या हितकारी

अंबानगरी में रामनवमी उत्सव की उमंग

* दर्जनों शोभायात्राएं, मंदिरों में सुंदर सजावट, लाइटिंग
* अयोध्या की प्राण प्रतिष्ठा के कारण इस बार उल्लास अधिक
अमरावती/दि.16– भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव अर्थात रामनवमी पर्व का उल्लास सर्वत्र दिखाई पड रहा है. इस बार तीन माह के भीतर प्रभु राम का एक और उत्सव आने से भक्तों में श्रध्दा के साथ उमंग उत्साह अधिक दिखलाई पड रहा. अंबानगरी में प्राचीन कालाराम मंदिर से लेकर दर्जनों मंदिरों में राम नवमी उत्सव की सुंदर सजावट और अन्य तैयारियां की गई है. अंबादेवी और एकवीरा देवी के साथ ही सतीधाम, साईबाबा मंदिर साईनगर, संकट मोचन हनुमान मंदिर रविनगर, दहीसाथ के राम मंदिर सहित सभी देवालयों में उत्सव की तैयारी पूर्ण हो गई है. अनेक अनुष्ठान शुरू हो गये हैं. यजमान उत्साह से श्रध्दापूर्वक इन अनुष्ठानों में सहभागी हुए हैं. उल्लेखनीय है कि गत दो तीन दशकों की परंपरानुसार रामनवमी शोभायात्रा की भी तैयारी लगभग पूर्ण हो गई. शहर में दर्जनों शोभायात्राएं जोश से निकाली जानी है. मंदिरों पर साजसज्जा के साथ रंगबिरंगी लाइटिंग की गई है.

* रामफल और पंजीरी
प्रभु राम को रामफल का भोग पसंद है. उसी प्रकार दोपहर 12 बजे की बेला में राम जन्मोत्सव होता है. तब पंचामृत के साथ पंजीरी का भोग अर्पित किया जाता है. धनिया को पीसकर पंजीरी बनाई जाती है. अधिकांश घरों में पंजीरी का प्रसाद तैयार कर लिया है.

* रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में प्रभु श्रीराम की गत 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हुई. सैकडों वर्ष पश्चात प्रभु राम के अपने धाम में विधिवत विराजमान होने से इस वर्ष रामनवमी उत्सव का उत्साह तथा पैमाना बढ गया है. राम मंदिरों के संचालक तथा सेवाकर्ता भी मान्य करते है कि भाविकों की संख्या बढी है. कल उत्सव में मंदिरों में राम भक्तों के रेले उमडेंगे.

* प्राचीन कालाराम मंदिर में उत्सव प्रारंभ
शहर के सराफा स्थित प्राचीन कालाराम मंदिर में रामनवमी उत्सव पिछले सप्ताह से शुरू हो गया. नित्य विशेष पूजा और अनुष्ठान के साथ ही पारंपरिक दिंडी, भजन का क्रम शुरू है. मंदिर के भाउ उपासनी ने मंडल न्यूज को बताया कि कल बुधवार 17 अप्रैल को पहला जल व दुग्धाभिषेक बडे सबेरे 6 बजे होगा. उपरांत दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव होगा. उससे ठीक पहले सुबह 10 बजे से राम जन्म की सुंदर कथा का वर्णन प्रमुख वक्ता अपने वाद्यवृंद के संग करेंगे. यहां प्रत्येक भक्त को प्रभु श्रीराम को झूला देने का अवसर प्राप्त होता है और पंजीरी का प्रसाद वितरीत होता है. इस प्राचीन मंदिर के उत्सव की छटा निराली है.

* साईबाबा मंदिर में उत्सव
रामनवमी उत्सव की बडी धूम साईबाबा मंदिर में होती आई है. इस बार भी सुंदर उत्सव के आयोजन की जानकारी ट्रस्टियों ने दी. उन्होंने बताया कि सुबह 11 बजे से जन्मोत्सव प्रारंभ होगा. दोपहर ठीक 12 बजे भगवान राम का जन्म होने के साथ आरती की जायेगी. साईबाबा मंदिर में भाविकों का जत्था उमडता है. इसी प्रकार पालखी यात्रा भी निकाली जाती है. भगवान की पालखी कांधे पर लेने भक्तों में होड रहती है. ट्रस्टियों ने उत्सव में सहभागी होने का आवाहन किया है. साई मंदिर और परिसर को फूलों की लडियों तथा लाइटिंग से सजाया गया है. तेज धूप को देखते हुए पंडाल भी लगाए गये हैं. भाविकों के सुलभ दर्शन व प्रसादी की व्यवस्था हैं.

* सतीधाम में राम दरबार
रामनवमी उत्सव सभी राम भक्त उत्साह से मनाते हैं. ऐसे में उनके जन्मोत्सव पर रॉयली प्लॉट स्थित सतीधाम में भी सुंदर व्यवस्था किए जाने की जानकारी संजय अग्रवाल ने दी. उन्होंने बताया कि बडे सबेरे अभिषेक पश्चात 10 बजे से जन्मोत्सव तथा प्रारंभ होगी. दोपहर 12 बजे प्रभु का जन्म होगा. पश्चात आरती और सभी के लिए प्रसाद रखें गये हैं. रामनवमी उत्सव उपलक्ष्य पहले ही सुंदर और हर समय साज सज्जा से परिपूर्ण रहनेवाले सतीधाम मंदिर को और सजाया गया है. लाइटिंग की गई है. यहां आनेवाले राम भक्तों की खातिर सुंदर व्यवस्था है.

* दहीसाथ का राम मंदिर नये कलेवर में
दहीसाथ स्थित प्रसिध्द राम मंदिर का पिछले वर्ष नवनिर्माण हुआ. सुंदर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव किया गया. अत: इस वर्ष यहां पिछले सप्ताह से रामनवमी उत्सव प्रारंभ हो गया है. परिसर के लोगों के साथ देश- विदेश में बसे इस मंदिर से जुडे भक्तों का खास राम नवमी उत्सव हेतु यहां आना होता है. वे सभी पहुंच गये हैं. मंदिर में सुबह से अनुष्ठान अभिषेक प्रारंभ होंगे जो संध्या तक अनवरत रहेंगे. राम भजनों की गूंज दहीसाथ की गली- गली में सुनाई पड रही है. मंदिर को लाइटिंग से शोभायमान किया गया है.

* संकटमोचन मंदिर रवि नगर
रवि नगर का संकटमोचन मंदिर अपने हनुमान जयंती उत्सव के लिए पूरे विदर्भ में विख्यात हो गया है. यहां पिछले दशकभर से राम नवमी का भी उत्सव जोरदार होता आया है. गत सप्ताह से यहां राम कथा का अविरत पाठ हो रहा है. विशाल पंडाल आच्छादित किया गया है. पंडित सीताराम महाराज पडोले की देखरेख में उत्सव की तैयारी करीब- करीब पूर्ण हो गई है. आज रात से उत्सव आरंभ होगा. कल दोपहर 12 बजे रामलला जन्मोत्सव मनाया जायेगा. प्रसिध्द जस गायको द्बारा जन्म की कथा और भजनों की प्रस्तुति होगी. सभी से प्रसादी का लाभ लेने कहा गया है. पूरा परिसर जगमगा रहा है. लगता है समूचा रवि नगर अपने सबसे बडे उत्सव की तैयारी में जुटा है.

* राम नवमी शोभायात्रा
विहिप बजरंग दल द्बारा रामनवमी शोभायात्रा का भव्य दिव्य आयोजन दोपहर 4.30 बजे बालाजी प्लॉट सीतारामदास बाबा मंदिर प्रांगण में पूजन आदि से होगा. इस बार दर्जनों झांकियों के साथ अनेक बैंड, ढोल, ताशा पथक रहनेवाले हैं. आयोजकों ने अयोध्या में स्थापित प्रभु रामलला की हूबहू प्रतिमा साकार की है. 15 फीट की प्रतिमा कल शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण रहनेवाली है. रामनवमी शोभायात्रा का जगह- जगह जोरदार स्वागत की तैयारी भी राम भक्त कर रहे हैं.

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