मास्क नहीं रहेगा, तो ‘वो रूकेगा नहीं…’
सरकार ने प्रतिबंध हटाये है, पर मास्क का प्रयोग है अनिवार्य
* कोविड की संभावित लहर से बचने हेतु अब भी सतर्कता बरतना है जरूरी
अमरावती/दि.2– जिले में विगत एक माह से कोविड संक्रमण का असर और प्रभाव काफी हद तक घट गया है. जिसके चलते राज्य सरकार सहित स्थानीय प्रशासन ने लगभग सभी तरह के प्रतिबंधों को हटा दिया है. इसे लेकर जल्द ही जिला आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण की अध्यक्ष व जिलाधीश पवनीत कौर द्वारा आदेश भी जारी हो सकता है. किंतु चूंकि अब तक कोविड संक्रमण का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है और आगामी समय में संक्रमण की अगली लहर के आने का अंदेशा भी है. ऐसे में अब भी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते हुए भीडभाडवाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग करना बेहद जरूरी है, लेकिन इन दिनों लोगबाग मास्क का प्रयोग करने की अनदेखी कर रहे है और बडे लापरवाह तरीके से भीडभाड का हिस्सा बन रहे है. यदि ऐसा ही चलता रहेगा, तो कोविड संक्रमण की संभावित लहर को रोकना काफी मुश्किल हो सकता है.
बता दें कि, मार्च 2022 में कोविड संक्रमण की पहली लहर के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन शुरूआती दौर में कई लोगों ने बीमारी के खतरे को बेहद हलके में लिया. जिसकी वजह से संक्रमण की पहली लहर आयी, जो अप्रैल 2020 से शुरू होकर सितंबर 2020 तक चलती रही. पहली लहर के खत्म होते ही लोगबाग अचानक ही बीमारी के खतरे को लेकर पूरी तरह बेफिक्र हो गये. जिसकी वजह से दूसरी लहर का सामना करना पडा और पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर कहीं अधिक तीव्र व खतरनाक साबित हुई. इस दौरान बडे पैमाने पर लोगबाग कोविड संक्रमण की चपेट में आये और बडी संख्या संक्रमितों की मौतें भी हुई. हालांकि इसी दौरान कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण का अभियान भी शुरू कर दिया गया, जो अब तक जारी है. बडे पैमाने पर टीकाकरण किये जाने के चलते लोगों में रोेग प्रतिरोधक क्षमता बढी. जिसके परिणाम स्वरूप जनवरी 2022 से शुरू हुई संक्रमण की तीसरी लहर का कोई खास असर नहीं रहा और बीमारी के लक्षण भी बेहद सौम्य रहे. साथ ही तीसरी लहर भी अब लगभग खत्म हो चुकी है. ऐसे में बीमारी के घटते असर और प्रभाव को देखते हुए सरकार एवं प्रशासन द्वारा प्रतिबंधों को काफी हद तक हटा दिया गया है. जिसके चलते शहर में पहले की तरह जनजीवन सामान्य हो गया है और हर ओर अच्छीखासी भीडभाड का नजारा दिखाई देने लगा है. साथ ही अब मास्क व सोशल डिस्टंसिंग जैसे नियमोें के प्रयोग की जमकर अनदेखी भी हो रही है और लोगबाग अब बिना मास्क लगाये ही शहर में इधर से उधर घुमते दिखाई देते है. किंतु यहां इस बात की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए कि, कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों में छूट देते समय सरकार एवं प्रशासन द्वारा मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य किया गया है. लेकिन बावजूद इसके लोगबाग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे. ऐसे में कोविड संक्रमण की नई व चौथी लहर के आने का अंदेशा व खतरा यथावत बना हुआ है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अगर लोगों ने मास्क का प्रयोग नहीं किया, तो ‘वो रूकेगा नहीं…’