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अगर हमने ‘खोके’ लिये, तो हमें ‘खोके’ किसने दिये, मर्द हो तो बताओ

विधायक बच्चु कडू ने विधायक राणा को दिया ‘ओपन चैलेंज’

* दोनों विधायकों के बीच लगातार तेज हो रही जुबानी जंग
* मामले के जल्द सुलझने का नहीं दिख रहा आसार
अमरावती/दि.2- विगत कुछ दिनों से पूर्व राज्यमंत्री व अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बच्चु कडू तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलिय विधायक रवि राणा के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है और यह मामला उस समय गंभीर मोड पर जा पहुंचा, जब विधायक रवि राणा ने पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू पर शिंदे गुट का समर्थन करने हेतु पैसे लेकर गुवाहाटी जाने का आरोप लगाया. ऐसे में अब विधायक बच्चु कडू ने विधायक राणा को चुनौती दी है कि, वे अपने द्वारा लगाये गये आरोप को साबित करके दिखाये, अन्यथा उनसे बिना शर्त माफी मांगे.
इस संदर्भ में आज दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, अगर हमने गुवाहाटी जाने के लिए पैसे लिये थे, तो निश्चित तौर पर हमें किस न किसी ने पैसे दिये थे, ऐसे में अगर विधायक रवि राणा वाकई मर्द है, तो उन्हें चाहिए कि, वे उस व्यक्ति का नाम बताये. जिसने गुवाहाटी जानेवाले विधायकों को पैसे दिये थे. पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने इस बातचीत में एक बार फिर दोहराया कि, विधायक रवि राणा को उनके द्वारा लगाये गये आरोपों के सबूत और स्पष्टीकरण तो देने ही होंगे और आरोप को सही साबित करके दिखाना होगा. अगर विधायक रवि राणा ऐसा करने में नाकाम रहते है, तो यह मान लिया जायेगा कि विधायक राणा असल मर्द नहीं.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, गत रोज नागपुर में एक पत्रकार परिषद को संबोधित करने के बाद विधायक बच्चु कडू वहीं से मुंबई के लिए रवाना हो गये थे और आज सुबह मुंबई से वापिस अमरावती लौट भी आये. इस बारे में पूछे जाने पर विधायक बच्चु कडू ने बताया कि, कल रात एक मराठी न्यूज चैनल द्वारा उन्हें अपने एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. जिसमें शामिल होने हेतु वे मुंबई गये थे. इस दौरान उनकी मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात तो नहीं हुई, लेकिन दोनों नेताओं से उनका फोन पर लगातार संपर्क चल रहा है और उन्होंने दोनों नेताओं को अपनी भूमिका और यथास्थिति से अवगत करा दिया है. विधायक रवि राणा के साथ चल रही अदावत का मामला नहीं निपटने पर आगामी 1 नवंबर से कोई अलग रास्ता पकडने के संदर्भ में गत रोज नागपुर में की गई घोषणा को लेकर पूछे गये सवाल पर विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, अभी 1 नवंबर को आने में थोडा वक्त है और उन्होंने फिलहाल इसे लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं किया है. लेकिन वे जो भी फैसला लेंगे, वह सही समय आने पर सबको पता चल जायेगा.

* अगर तृतीयपंथियों की भावनाएं आहत हुई है, तो मुझे खेद है
विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों विधायक रवि राणा को चुनौती देते समय पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने अपने बयान में ‘हिजडा’ शब्द का प्रयोग किया था. जिस पर कडी आपत्ति जताते हुए तृतीयपंथी समाज की नेता शामिभा पाटील ने कहा था कि, विधायक कडु ने हिजडा शब्द का प्रयोग गाली के रूप में और उपरोधात्मक तरीके से किया है. जिसकी वजह से तृतीयपंथियों की भावनाएं आहत हुई है. अत: विधायक बच्चु कडू ने तृतीयपंथियों से माफी मांगनी चाहिए. इस बात की ओर ध्यान दिलाये जाने पर पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, उनका इरादा तृतीयपंथियों की भावनाओं को आहत करने का बिल्कुल भी नहीं था और यदि उनके बयान की वजह से तृतीयपंथियों की भावनाएं आहत हुई, तो उन्हें इसका वाकई खेद है.

शिंदे-फडणवीस से नहीं हुआ प्रेमभंग, विश्वासघात जैसी कोई बात ही नहीं
उध्दव ठाकरे गुट की सेना नेत्री सुषमा अंधारे के बयान को लेकर पूछे गये सवाल पर पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, उनकी वैचारिक व सैध्दांतिक लडाई विधायक रवि राणा के साथ चल रही है. इसे लेकर सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस के साथ प्रेमभंग होने का सवाल ही नहीं उठता. साथ ही नई सरकार में अब तक मंत्री पद नहीं मिलना भी कोई विश्वासघात नहीं है, क्योंकि हमने ऐसे किसी वादे की वजह से सत्ता परिवर्तन नहीं किया था. यह सारा झमेला मंत्री पद को लेकर ही चलने के संदर्भ में पूछे गये सवाल पर विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, इस मामले का मंत्री पद से कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि अब यह खुद के राजनीतिक अस्तित्व की लडाई है. जिसमें पीछे हटने का तो सवाल ही नहीं उठता.

* 1 को दिखाउंगा राना का ट्रेलर, 15 दिन में पूरी पिक्चर
इस बातचीत में विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, वे आगामी 1 नवंबर को विधायक रवि राणा की बैठक का एक वीडियो रिलीज करेंगे. जिसके जरिये सब लोगों को यह पता चलेगा कि, विधायक रवि राणा द्वारा किस तरह से षडयंत्र रचे जाते है. यह वीडियो तो केवल एक ट्रेलर होगा और इसके बाद अगले पंद्रह दिन के भीतर पूरी पिक्चर रिलीज की जायेगी. अपने इस बयान के चलते विधायक बच्चु कडू ने इशारों ही इशारों में संकेत दिया कि, वे यद्यपि विधायक रवि राणा को पचास खोकेवाले आरोप के संदर्भ में सबूत पेश करने के लिए कह रहे है, लेकिन खुद उन्होंने विधायक रवि राणा के खिलाफ अपने पास कई तरह के सबूत इकठ्ठा कर रखे है.

* सबको अपने जैसा समझा क्या?
इस बातचीत में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, राणा पति-पत्नी ने कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस के समर्थन से लोकसभा का चुनाव जीता और चुनाव प्रचार के साथ भाजपा व मोदी को जमकर गालियां दी. लेकिन चुनाव जीतते ही मोदी का गुनगान करते हुए तुरंत भाजपा का समर्थन करना शुरू कर दिया. शायद राणा पति-पत्नी को इसके लिए कुछ पैसे मिले होगे. ऐसे में बाप बडा ना भैय्या-सबसे बडा रूपैय्या की मानसिकतावाले राणा पति-पत्नी ने सबको खुद के जैसा बिकाउ समझ लिया है. लेकिन राणा शायद यह भूल गये कि, ये बच्चु कडू है, जो बिकाउ नहीं है और यह बात अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र सहित पूरे जिले की जनता जानती है. यदि वे राणा द्वारा लगाये गये आरोपों के बाद चूप रह जाते, तो इससे लोगों में गलम समझाईश जाती. यही वजह है कि, जब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा.                                                                                                               * 1 को दिखाउंगा राना का ट्रेलर, 15 दिन में पूरी पिक्चर
इस बातचीत में विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, वे आगामी 1 नवंबर को विधायक रवि राणा की बैठक का एक वीडियो रिलीज करेंगे. जिसके जरिये सब लोगों को यह पता चलेगा कि, विधायक रवि राणा द्वारा किस तरह से षडयंत्र रचे जाते है. यह वीडियो तो केवल एक ट्रेलर होगा और इसके बाद अगले पंद्रह दिन के भीतर पूरी पिक्चर रिलीज की जायेगी. अपने इस बयान के चलते विधायक बच्चु कडू ने इशारों ही इशारों में संकेत दिया कि, वे यद्यपि विधायक रवि राणा को पचास खोकेवाले आरोप के संदर्भ में सबूत पेश करने के लिए कह रहे है, लेकिन खुद उन्होंने विधायक रवि राणा के खिलाफ अपने पास कई तरह के सबूत इकठ्ठा कर रखे है.

* सबको अपने जैसा समझा क्या?
इस बातचीत में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, राणा पति-पत्नी ने कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस के समर्थन से लोकसभा का चुनाव जीता और चुनाव प्रचार के साथ भाजपा व मोदी को जमकर गालियां दी. लेकिन चुनाव जीतते ही मोदी का गुनगान करते हुए तुरंत भाजपा का समर्थन करना शुरू कर दिया. शायद राणा पति-पत्नी को इसके लिए कुछ पैसे मिले होगे. ऐसे में बाप बडा ना भैय्या-सबसे बडा रूपैय्या की मानसिकतावाले राणा पति-पत्नी ने सबको खुद के जैसा बिकाउ समझ लिया है. लेकिन राणा शायद यह भूल गये कि, ये बच्चु कडू है, जो बिकाउ नहीं है और यह बात अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र सहित पूरे जिले की जनता जानती है. यदि वे राणा द्वारा लगाये गये आरोपों के बाद चूप रह जाते, तो इससे लोगों में गलम समझाईश जाती. यही वजह है कि, जब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा.

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