पिता हो तो ऐसे…, घोडी पर बैठाकर निकाली बेटी की बारात
व्यवसायी दुर्गाई परिवार में बेटियां भी बेटों से कम नहीं
* आज होने जा रहा हैं तीसरी बेटी ‘दिव्या’ का विवाह
अमरावती /दि.28– शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी राजकुमार दुर्गाई अपनी दो बेटियों की तरह तीसरी बेटी की भी बारात बडे ही धूमधाम से निकाली. हमेशा लोग देखते आए है कि, दूल्हा ही घोडी पर सवार होता है. लेकिन दुर्गाई परिवार ने हमेशा अपनी बेटियों की घोडी पर धूमधाम से बारात निकालकर उन्हें ससुराल बिदाई दी है. राजकुमार दुर्गाई की तीसरी बेटी दिव्या का आज विवाह होने जा रहा है. इस निमित्त उन्होंने रामपुरी कैम्प परिसर में सोमवार की शाम जोरदार बारात निकाली. इस अवसर पर बेटी को घोडी पर सवार किया और सभी लोग बडे ही धूमधाम से बाजेगाजे के साथ नाचते-झूमते रहे. हर कोई यही कह रहा था कि, पिता हो तो ऐसा.
शहर के प्रतिष्ठित व्यवसाई राजकुमार दुर्गाई ने वर्ष 1983 में आराधना फैशन के संचालक हबलानी परिवार के साथ कर्मचारी के रुप में अपने काम की शुरुआत की. हबलानी परिवार के बडों का आशीर्वाद उन पर हमेशा ही बना रहता था. इस कारण उन्होंने कपडा व्यवसाय काफी अच्छी तरह सिख लिया. 14 साल तक हबलानी परिवार के छत्रछाया में कार्यरत रहते उन्होंने सबकुछ सिखने के बाद खुद का कपडों का व्यवसाय शुरु किया. जवाहर रोड पर स्थित उजाला फैशन के रुप में उन्होंने अपना कपडे का व्यवसाय शुरु किया. व्यापारी होने के साथ ही राजकुमार दुर्गाई सेवाधारी भी है. जो नानक रोटी ट्रस्ट में सेवाधारी के रुप में सेवा देते है. लेकिन समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए उन्होंने घर परिवार की जिम्मेदारियों से कभी मुंह नहीं मोडा. इस कारण पिता के रुप में उन्होंने अपने परिवार के बेटियों को हमेशा ही कुछ हटकर देने का प्रयास किया है. राजकुमार दुर्गाई को तीन बेटियां है. कोमल, तानया और दिव्या उनका नाम है. पराया धन के रुप में लोग बेटियों को बोझ समझते है. लेकिन राजकुमार दुर्गाई की तीनों बेटियां बेटों के समान है. वे हमेशा ही बेटों की तरह अपनी बेटियों को हर कार्य करने की छूट देते है. जो उनके व्यक्तित्व को निखारने तथा समाज में बेटियां भी कुछ कर सकती है इस बात को साबित करने का मौका देते है. इसी वजह से उन्होंने अपनी सभी बेटियों की शादी बेटों की तरह धूमधाम से बारात निकालकर की है. बडी बेटी कोमल का विवाह 14 फरवरी 2016 को अकोला निवासी आशीष बोधानी के साथ संपन्न हुआ था. उस समय उन्होंने अपनी बेटी की शादी से पूर्व रामपुरी कैम्प परिसर में घोडी पर सवार होकर कोमल की धूमधाम से बारात निकाली थी. यही सिलसिला तानया के विवाह के समय भी कायम रखा. तानया की शादी मूर्तिजापुर निवासी कन्हैयालाल के पुत्र आशीषकुमार के साथ 26 दिसंबर 2018 में हुई थी. उस समय भी तानया को गाजेबाजे व बारात के साथ ससुराल रवाना किया था. अब राजकुमार दुर्गाई तीसरी बेटी दिव्या की आज 28 नवंबर को शादी होने जा रही है. इस निमित्त उन्होंने सोमवार की शाम रामपुरी कैम्प परिसर में अपनी बेटी की जोरदार बारात निकाली. सभी रिश्तेदार और परिसर के नागरिकों ने घोडी पर सवार दुल्हन का उत्साह बढाते हुए जमकर नाचगाना किया. परिसर के विविध मार्ग से होते हुए यह बारात दुर्गाई परिवार के निवासस्थान पहुंची. जहां दिव्या का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया. दिव्या का विवाह अकोला निवासी महेशकुमार पंजवानी के बटे राहुल के साथ होने जा रहा है. तीनों बेटियों को शादी के अवसर पर पिता राजकुमार दुर्गाई द्वारा दिया गया यह तोहफा न केवल उनके परिवार के लिए यादगार रहा है बल्कि पूरे परिवार व समाज के लिए आदर्श साबित हुआ है.