लोगों को पानी नहीं दे सकते, तो कुर्सी पर क्यों बैठे हो
अनियमित जलापूर्ति पर भडके विधायक रवि राणा

* अभियंता मोरेश्वर को बीच बैठक से निकाला बाहर
अमरावती / दि. 7- स्थानीय मजीप्रा कार्यालय में आज बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा के अध्यक्षता के तहत जल किल्लत की समस्या को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था. इस समय विधायक रवि राणा ने दो टुक शब्दों में कहा कि सिंभोरा बांध में भरपूर जल संग्रह है तथा उद्योग व खेती के लिए आरक्षित पानी का प्रयोग बेहद कम है. इसके बावजूद भी नागरिकों को पीने के पानी हेतु पर्याप्त जलापूर्ति नहीं हो रही. इसका सीधा मतलब है कि जलापूर्ति करने हेतु मजीप्रा के अधिकारियों का कोई नियेाजन नहीं हैं. साथ ही विधायक रवि राणा ने कर्तव्य में कोताही करनेवाले अभियंता को समीक्षा बैठक के बाहर निकालते हुए कहा कि यदि आप लोग जनता को पानी देने का कर्तव्य नहीं निभाा सकते है तो आपको कुर्सी पर बैठने का भी कोई अधिकार नहींं है.
इस बैठक में विधायक रवि राणा ने कहा कि हमने मंत्रालय में ाचक्कर काटकर सिंभोरासे जलापूर्ति हेतु 950 करोड रूपए, विस्तारित जलापूर्ति हेतु पाइप लाइन के लिए 8 करोड रूपए तथा 20 लाख लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी के लिए बडे पैमाने पर निधि मंजूर करवाकर लायी. लेकिन यहां अधिकारियों द्बारा नियोजन पूर्ण ढंग से काम नहीं किया जाता. जिसके चलते जनप्रतिनिधियों को नागरिकों के रोष व संताप का सामना करना पडता है. लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा. बल्कि जो अधिकारी सही तरीके से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करेंगे. उनके खिलाफ त्वरीत कार्रवाई की जायेगी.
इस बैठक में विधायक राणा ने शहर के विभिन्न इलाकों सहित ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों की जल किल्लत से संबंधित समस्याओं को सुना. साथ ही जिन अधिकारियों के खिलाफ सर्वाधिक शिकायतें थी. उन्हें बडी फटकार भी लगाई. इस बैठक में प्रभारी मुख्य अभियंता संतोष गव्हाणकर, कार्यकारी अभियंता विवेक सोलंके, उप कार्यकारी अभियंता संजय लेवरकर व विजय लोखंडे, शाखा अभियंता आजने, वाकेकर, कांटे व खान सहित युवा स्वाभिमान पार्टी के अजय देशमुख, उमेश ढोणे, आशीष गावंडे, गणेश गायकवाड, सागर लोखंडे, नाना आमले, जयंत देशमुख, पराग चिमोटे, विलास वाटेकर, बंडू डगरे, अजय घुले, संजय माहुलकर, वीणा मांडवे, प्रीति कुंभलकर, हेमलता माहुलकर, राधा माने, निर्मला पाटिल, दिनेश बैस, निगुना इंगोले, वीणा हिरूलकर, रंजना तवर, उज्वला निंभोरकर, पूजा ढेले,साहेबराव पाटिल, शरद पुसदकर, शंकर सैरिसे, वंदना जामनेकर, फहीम राजा, मंगेश इंगोले, शोभा किटके, सद्दाम हुसैन, दिनेश इंगले, प्रवीण मोकले, मनोहर माकोडे, श्याम कथे, मयूरी नेवारे, शंकर डोंगरे, अर्जुन दाते, विलास वाडेकर व सैफ उल्ला खान सहित अमरावती शहर व ग्रामीण क्षेत्र के अनेको पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.