* श्री महारुद्र हनुमान मंदिर में सामुहिक हनुमान चालिसा पठन
अमरावती/ दि.30– देश में संकटमोचन हनुमान, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का विरोध किया गया, तो सिर पर भगवा कफन बांधकर उन विरोधियों का नवनीत राणा सामना करेगी. धर्म के लिए नवनीत राणा हमेशा आगे खडी नजर आयेगी, ऐसी ललकारभरी गर्जना सांसद नवनीत राणा ने व्यक्त की.
स्थानीय बुधवारा भाजी बाजार के मालिपुरा स्थित श्री महारुद्र हनुमान मंदिर समिति व्दारा सामुहिक हनुमान चालिसा पठन का कार्यक्रम बीते शनिवार को आयोजित किया गया था. इस समय सांसद नवनीत राणा ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और हनुमान चालिसा का पठन किया. इस समय उन्होंने कहा कि, जब मैंने पहली बार हनुमान चालिसा का पठन किया, शायद किसी ने उस समय यह नहीं सोचा होगा कि, ऐसा करने पर जेल भी हो सकती है. महिला होने के बाद भी मैंने इस संकल्प को अमल में लाया. रवि नगर, किरण नगर परिसर में पूरे वक्त बैठकर हनुमान चालिसा का पठन किया. उस समय महाराष्ट्र पर मंडरा रहे खतरे को दूर करने के लिए हमने तत्कालीन मुख्यमंत्री के निवास स्थान के सामने हनुमान चालिसा पठन करने की घोषणा की थी. उस समय मुझे 14 दिन जेल की सजा सुनाई गई. उस समय मैंने तय किया कि, मैं जब-जब हनुमान व प्रभु श्रीराम का विरोध होगा तब-तब सिर पर भगवा कफन बांधकर विरोध करने वालों के सामने खडे रहेंगे. हिंदुत्ववादी राज्य सरकार पर बोलते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, जहां-जहां हनुमान चालिसा का पठन होता है, उस कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित किया जाता है. मैंने महाराष्ट्र की भलाई के लिए हनुमान चालिसा पठन का कार्य शुरु किया था. उसमें हम सफल हुए है. आज राज्य में हिंदुत्ववादी सरकार है. हिंदुओं को खतरे से निकालने वाली सरकार है, इसके लिए हम कार्य कर रहे है, हम हिंदुत्ववादी सरकार को आखरी दम तक साथ देंगे.
विरोधियों को खुलेआम दी चुनौती
कार्यक्रम में सांसद नवनीत राणा ने कुछ पंक्तियां सुनाते हुए कहा कि, ‘मैंने मूर्तियों की पूजा की, तो तुमने मूर्तियां तोडी, मैंने मंदिर की पूजा कि तो तुमने मंदिर तोडे, तुम यह भूल गए कि, मैं सूरज की पूजा करती हूं, तुम सूरज को बुझा दो, मैं चंद्रमा की पूजा करती हूं, तुम चंद्रमा को हटा दो, मैं जल की पूजा करती हूं, हिम्मत है तो उसे सुखा दो, मैं मिट्टी की पूजा करती हूं, हिम्मत है तो अपने घर की मिट्टी हटा दो, मैं अग्नि की पूजा करती हूं, तुम अपने घर का चुल्हा खुद हटा दो, तब माना जाएगा कि तुम हिंदु धर्म का कितना विरोध करते हो…’ इस तरह के शब्दों से उन्होंने फिर एक बार विरोधियों को कार्यक्रम के मंच से खुलेआम चुनौती दी.