अमरावतीमहाराष्ट्र

भगवान राम को पाना है तो संसारिक मोहमाया को त्यागना जरुरी

सुश्री मंगलाश्री जी का प्रतिपादन

* संत सीतारामदास बाबा पुण्यतिथि महोत्सव पर श्रीराम कथा का आयोजन
अमरावती /दि.1– वैज्ञानिकों ने विविध प्रकार की दवाईयों का अविष्कार किया है. जिसका हम खाकर, पीकर, सुंगकर, शरीर पर लगाकर इस्तमाल करते है. लेकिन अब तक वैज्ञानिक ऐसी दवा का अविष्कार नहीं कर पाए है, जो दवा का नाम सुनकर ही मरीज ठीक हो जाए. लेकिन गोस्वामी तुलसीदास रचित रामकथा रुपी दवा ऐसी है, जिसको सुनकर ही मनुष्य सभी रोगों से मुक्त हो जाता है और उसे मोक्ष की प्राप्ती होती है. यह कहते हुए ‘उठ-उठ रे मेरे ज्ञान जीवडा दो घडी प्रभु रे भजन करो…’ इस भजन के साथ सुश्री मंगलाश्री जी ने श्रीराम कथा का श्रवण करवाया.
स्थानीय एकवीरा देवी मंदिर के प्रांगण में कल सोमवार दोपहर 2.30 बजे से 1008 संत श्री सीतारामदास बाबा के पुण्यतिथि महोत्सव पर महामंडलेश्वर 1008 प.पू. मां कनकेश्वरी की प्रेरणा से गुरुकृपा सत्संग समिति एवं एकवीरा देवी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है. जिसमें कथा के पहले दिन सुश्री मंगलाश्री ने कथा श्रवण कराते हुए आगे कहा कि, भगवान राम को पाना है तो सांसारिक मोहमाया को त्यागना जरुरी है. मानसकथा रुपी सरोवर में आकर डुबकी लगाना बडे भाग्य की बात होती है. ‘सि शुद्ध तोतली बानी पर अब तो कुछ शरमाओ, नाती-पोते कहते है, बाबा-बाबा अब तो बाबा बन जाओ…’ गोस्वामी तुलसीदास की जीवनी बहुत सुंदर शब्दों में उन्होंने प्रस्तुत की.
रामचरित मानस ग्रंथ की रचना किन परिस्थितियों में इसका विशिष्ट विवरण प्रस्तुत करते हुए रामकथा का महात्म्य भी बताया. श्रीराम कथा में मुख्य यजमान अशोक जाजू, उमा जाजू परिवार, दैनिक मुख्य यजमान प्रवीणकुमार करवा परिवार, उत्सव यजमान राम जन्मोत्सव के पुखराज व्यास परिवार, राम जानकी विवाह यजमान चंद्रकांता भंडारी, सुंदरकांड के यजमान स्व. सुलोचना देवी शहा कोल्हापुर, रामराज्यभिषेक की यजमान अनुराधा वाडी, संत सीतारामदास बाबा का महारूद्राभिषेक व श्रृंगार आरती के यजमान विजयकुमार खंडेलवाल, सरला सिकची, अशोक जाजू, संगीता टवानी, अर्चना देवडिया, घनश्याम मालानी, राजकुमार टवानी, अनुराधा वाडी, संजय शाह, कल्पना मेश्राम, किरण मूंधडा, शीतल सोमाणी, उमेश टावरी, जीजी ठाकुर, सुरेखा राठी, ओमप्रकाश चांडक, कमल सोनी, मनोहर छांगाणी, मीना अग्रवाल, कांता शर्मा, ओम लढ्ढा, निशा जाजू, राजाश्री करवा, संजय भूतडा, सत्यप्रकाश गुप्ता, उषा मंत्री, सुभाष अग्रवाल, आरसी बोबडे, रविन्द्र कुलकर्णी, बाबाराव वायकर, लीलाधर राठी, पदमा छांगाणी, इंदु चौधरी, कमला लाहोटी, मालती मंत्री, गिरधर राठी, सुनंदा गांधी, किरण करवा, सुनीता भट्टड, मुन्नीबाई त्रिपाटी, लीला शर्मा, निशा भूतडा, शोभा बियानी, अरूणा राठी, अरूणा मूंधडा, संगीता अग्रवाल आदि उपस्थित थे.

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