अमरावतीमहाराष्ट्र

गणेशोत्सव के लिए पुणे जाना है तो ट्रैवल्स का टिकट 1500 रुपए!

उत्सव व त्यौहारो को देख निजी वाहन संचालकों ने बढाया किराया

अमरावती/दि.10– विदर्भ से गणेशोत्सव के लिए अनेक लोग पुणे, कोंकण जाते है. लेकिन एसटी का आरक्षण हाऊसफुल रहने से यात्रियों को निजी बस का आधार लेना पडता है. उत्सव व त्यौहार के अवसर पर ट्रैवल्स कंपनी की तरफ से अधिक किराया लिया जाता है. लेकिन उत्सव के कारण अधिक किराया रहने के बावजूद गणेशोत्सव में पुणे जाने के लिए अनेक श्रद्धालु अधिक पैसे देने भी तैयार दिखाई देते है.
राज्य परिवहन महामंडल द्वारा गणेशोत्सव के लिए अधिक बसेस छोडने का निर्णय लिया है. लेकिन टिकट दर कम रहने से महिलाओं की एसटी बस में भारी भीड है. अमरावती से पुणे, अमरावती से संभाजीनगर, नाशिक मार्ग पर एसटी बस हाऊसफुल दौड रही है. इस कारण गणपति के लिए जाने ट्रैवल्स के अलावा दूसरा पर्याय नहीं है. पुणे जाना रहा तो ट्रैवल्स का किराया 1200 से 1500 रुपए लिया जा रहा है. उसमें भी एसी के भाव अधिक है. ट्रेनो में भी मुंबई-पुणे ‘नो रुम’ है. तथा गणेशोत्सव के दौरान एसटी बस की टिकट की ऑनलाईन बुकिंग भी बंद किए जाने की जानकारी है.

* दिवाली और गणपति में ट्रैवल्स की कमाई
दिवाली और गणेशोत्सव में नागरीक बडी संख्या में मुंबई और पुणे उत्सव के लिए जाते है. इसी दौरान निजी बस संचालकों की अच्छी कमाई होती है.

* गणेशोत्सव के कारण बढा किराया
गणेशोत्सव में पुणे, मुंबई, कोंकण में यात्रियों की भीड बढने से ट्रैवल्स का किराया महंगा हो गया है. एसटी में जगह नहीं और ट्रेनों में आरक्षण नहीं. इस कारण ट्रैवल्स के बगैर पर्याय नहीं है.

* इस दर वृद्धि पर नियंत्रण किसका?
प्रत्येक त्यौहार और उत्सव के समय ट्रैवल्स संचालकों द्वार किराया बढा दिया जाता है. यात्रियों के पास दूसरा पर्याय उपलब्ध न रहने से उन्हें इस मनमाने किराया को देकर जाना पडता है. इस ओर जिलाधिकारी अथवा प्रादेशिक परिवहन अधिकारी द्वारा ध्यान देना आवश्यक है.

* शिकायत मिलने पर कार्रवाई होती है
किसी निजी बस ट्रैवल्स कंपनी द्वारा अधिक किराया दिया गया तो उसकी शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जाती है. मोटार वाहन निरीक्षक की तरफ से जांच की जाती है.
– उर्मिला पवार, आरटीओ, अमरावती.

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