अमरावती

फेक कॉल को करे नजरअंदाज

ऑनलाइन फ्राड का प्रमाण बढा

  • सायबर पुलिस की चेतावनी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३१ – शहर सहित जिले में सायबर क्राईम का जाल बुनते जा रहा है. पुलिस की ओर से लगातार जनजागृति की जा रही है. बावजूद इसके ऑनलाइन फ्राड के अपराध लगातार सामने आ रहे है. रोजाना अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किये जा रहे है, लेकिन ऑनलाइन फ्राड का सिलसिला थम नहीं रहा है. शहर आयुक्तालय के सायबर पुलिस ने भी शहरवासियों को सावधानी बरतने का आह्वान किया है.
यहां बता दे कि सायबर अपराधी सबसे पहले आपके फोन नंबर पर संपर्क कर बैंक से बोलने की बात कहते है और एटीएम कार्ड से जुडी जानकारी मांगते है. इसके बाद ओटीपी लेकर धोखाधडी करते है. इसलिए पुलिस प्रशासन ने यह आह्वान किया है कि किसी अंजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते, डेबीट, क्रेडिट कार्ड की जानकारी न दे. मोबाइल पर आने वाला ओटीपी भी ना बताए. कुछ सायबर अपराधी मोबाइल में एनीडेक्स, टीम व्यूवर, क्वीक सपोर्ट, एन्ड्राईड अप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहते है और आपका मोबाइल अपने पास लेकर बैंक खाते से रकम उठा लेते है. इसलिए मोबाइल पर किसी के भी कहने पर एप इंस्टाल न करे. फोन पे, पेटीएम, गुगल पे पर केवायसी के अलावा कैश बैक के नाम पर धोखाधडी के मामले सामने आते है. इसमें अंजान व्यक्ति व्दारा कॉल करने पर केवायसी अथवा कैश बैक के बारे में बतलाकर नोटीफिकेशन में जाकर पे करने की बात कही जाती है व उसके बाद फ्राड किया जाता है. इसलिए अंजान मोबाइल कॉल से सावधान रहां जाए. सायबर अपराधियों व्दारा लॉटरी लगने, कार जीतने, केबीसी में नंबर लगने का झांसा देकर विविध प्रोसेस के नाम पर पैसों की डीमांड कर ठगा जाता है. इसलिए अंजान फोन कॉल व मैसेज पर भरोसा नहीं रखने का आह्वान भी सायबर पुलिस ने किया है.

  • धोखाधडी के नए नए फंडे

सायबर अपराधियों ने सोशल मीडिया हैंडलिंग, गुगल सर्च फ्राड, ओएलएक्स फ्राड, रिमोट कंट्रोल एप्स्, क्यूआर कोड फ्राड, यूपीआई फ्राड जैेसे नए नए फंडे सामने आये है. इससे सावधानी बरतनी चाहिए.

  • फेक कॉल को करे नजरअंदाज

सायबर अपराधी आर्मी, सीआईएसएफ, एसआरपीएफ के जवान होने का फर्जी कॉल कर मोबाइल, मोटरसाइकिल, कार, फर्निचर जैसी अनेक वस्तुएं खरीदी-बिक्री के नाम पर फोन करते है और धोखाधडी करते है. इसलिए प्रत्यक्ष वस्तु देखने के बाद या फिर संबंधित व्यक्ति से मुलाकात करने के बाद ही व्यवहार करना चाहिए. बगैर देखे या मिले ऑनलाइन व्यवहार नहीं करने का आह्वान पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह ने किया है.

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