मंदिर से लिया गया था अवैध विद्युत कनेक्शन
अर्पित सारवे मृत्यु मामले में सामने आयी जानकारी
* चौकीदार व उसके बेटे के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज
* मंदिर के अध्यक्ष जवंजाल को पुलिस दे रही क्लीन चीट
अमरावती/दि.20– विगत दिनों राठी नगर परिसर स्थित मैदान के पास लगे तार के कम्पाउंड में प्रवाहित बिजली का करंट लगने की वजह से मैदान में खेल रहे अर्पित श्रीकृष्ण सारवे नाम 19 वर्षीय महाविद्यालयीन छात्र की मौत हो गई थी. इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि, मैदान के पास ही स्थित मंदिर के चौकीदार ने अपने घर में मंदिर से बिजली का अवैध कनेक्शन लिया था और इस हेतु डाले गये तार की वजह से बिजली का करंट मंदिर के पास लगाये गये तार के कम्पाउंड में भी प्रवाहित हो रहा था. जिसके संपर्क में आकर अर्पित सारवे की जान चली गई. ऐसे में गाडगे नगर पुलिस ने मंदिर के चौकीदार सीताराम बलीराम चौधरी (55) व उसके बेटे दीपक सीताराम चौधरी (30) के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया है. परंतु इस चौकीदार को बिजली का अवैध कनेक्शन देने वाले मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गजानन जवंजाल व अन्य सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
बता दें कि, मूलत: अचलपुर तहसील के कुष्ठा गांव में रहने वाला अर्पित सारवे अमरावती के एक कॉलेज का छात्र था, जो राठी नगर परिसर में अपने दोस्त के साथ किराये का कमरा लेकर रहा करता था और विगत सोमवार को हमेशा की तरह राठी नगर के मैदान पर अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था. इस वक्त क्रिकेट खेलते समय गेंद तार के कम्पाउंड की ओर चली गई. जिसे लाने हेतु अर्पित गया, तो उसे तार के कम्पाउंड के प्रवाहित बिजली का जोरदार झटका लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. यह बात पता चलते ही अर्पित के माता-पिता सहित उसके रिश्तेदार तुरंत ही अमरावती पहुंची. जिसमें से पेशे से वायरमैन रहने वाले अर्पित के फुफेरे भाई अंकुश रेहपाडे ने घटनास्थल का मुआयना करने के साथ ही पास ही स्थित मंदिर के मीटर और वायरिंग की भी जांच की, तो पता चला कि, मीटर में सिंगल तार डालकर चौकीदार ने अपने घर के लिए गैर कानूनी तौर से विद्युत कनेक्शन ले रखा है और एक तार को अनधिकृत तौर पर बाहर निकालकर तार कम्पाउंड के साथ अरथीन के लिए जोड दिया है. ऐसे में लोहे की जाली में विद्युत करंट फैल जाने की वजह से बिजली का झटका लगकर अर्पित सारवे की मौत हुई.
* अध्यक्ष जवंजाल को पुलिस का अभय
पता चला है कि, बिजली का करंट लगकर अर्पित की मौत हो जाने के बाद परिसर में रहने वाले जयराम बलखंडे ने मंदिर संस्थान के अध्यक्ष गजानन जवंजाल से इस बारे में बातचीत की, तो जवंजाल ने बलखंडे के साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट की. ऐसे में बलखंडे तुरंत ही अपनी पत्नी के साथ शिकायत दर्ज कराने हेतु पुलिस थाने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. जिससे यह चर्चा चल रही है कि, संभवत: गाडगे नगर पुलिस द्वारा गजानन जवंजाल को अभयदान दिया जा रहा है. क्योंकि मृतक अर्पित के पिता द्वारा दी गई शिकायत के बावजूद भी गाडगे नगर पुलिस ने मंदिर के अध्यक्ष जवंजाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.