* उच्च न्यायालय के आदेश
अमरावती/दि.14 – मनपा क्षेत्र में विविध कंपनियों को 263 मोबाइल टॉवर में से केवल 84 अधिकृत रहने की जानकारी सामने आई है. इस कारण शेष मोबाइल टॉवर को लेकर मनपा की क्या भूमिका रहेगी, इस ओर सभी का ध्यान केंद्रित है. इन अवैध टॉवर को हटाने का निर्णय लिया तो अमरावती शहर के सैकडों ग्राहकों पर इसका असर होगा, इसी का लाभ मोबाइल कंपनियां ले रही है.
अमरावती मनपा में इमारत, खुली जगह पर मोबाइल टॉवर का जाल बिछाया गया है. टॉवर कंपनी ने जैसे यह सिलसिला ही चला रखा है. बढते मोबाइल टॉवर की संख्या को देखते हुए अमरावती मनपा क्षेत्र में मोबाइल टॉवर कितने? इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए मनपा के पांचों जोन द्वारा गिनती की गई. लेकिन अब तक मोबाइल टॉवर के आंकडे प्रशासन को नहीं मिल पाए है. सहायक संचालक नगर रचना विभाग द्वारा मोबाइल टॉवर खडे करने की अनुमति दी जाती है. इस निमित्त मनपा प्रशासन के पास रहे रिकॉर्ड के मुताबिक 84 अधिकृत और 179 अवैध मोबाइल टॉवर खडे होने की जानकारी है. जोननिहाय मोबाइल टॉवर की अधिकृत संख्या छिपाने के पीछे मास्टर माईंड कौन? इस बाबत मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे द्वारा जांच करना समय की आवश्यकता रहने की चर्चा शुरु हो गई है.
* उच्च न्यायालय के आदेश और अध्यादेश की अनदेखी
अमरावती मनपा क्षेत्र में टॉवर का निर्माण अथवा अनुमति देते समय उच्च न्यायालय की गाईड लाईन और शासन निर्णय की अनदेखी की जा रही है. इन मोबाइल टॉवरो से घातक रेडिएशन का खतरा रहते शाला, महाविद्यालय, हॉस्पिटल, सार्वजनिक स्थलो पर मोबाइल कंपनियों ने खुलेआम टॉवर खडे किए है. अधिकृत अनुमति लेते समय कागजपत्रों की खानापूर्ति करनी पडती है, इसी कारण अवैध टॉवरो का निर्माण किया गया है.
* अब तक आंकडेवारी नहीं
कुछ माह पूर्व मनपा क्षेत्र में मोबाइल टॉवर की गिनती की गई. लेकिन कितने अधिकृत और कितने अनधिकृत टॉवर है इस बाबत आंकडेवारी सामने नहीं आई है. लेकिन इस विषय पर जल्द निर्णय लिया जाएगा. शासन के निर्देश के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
– सचिन कलंत्रे, आयुक्त, मनपा.