अमरावती

कोरोना काल में अवैध साहूकार उठा रहे मजबूरी का फायदा

गरीब व जरुरतमंदों से वसूल रहे दोगुना-तीगुना ब्याज

अमरावती/दि.25 – देश को आजाद हुए 72 साल बीत जाने के पश्चात भी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में साहूकारी प्रथा जारी है. 42 वर्ष पूर्व देशभर में साहूकारी नियम लागू किया गया था. किंतु सरकार द्बारा लागू किए गए नियमों का किसी भी तरह से पालन होता नहीं दिखाई दे रहा है. कोरोना काल में अवैध साहूकार गरीब व जरुरतमंद लोगों की लूट कर रहे है और मनमाने तरीके से दोगुना-तीगुना ब्याज वसूल कर रहे है.
कोरोना की पार्श्वभूमि पर जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकाने व अस्पतालों को छोडकर सभी प्रतिष्ठानों के साथ सराफा बाजार भी पूरी तरह से बंद है जिसका लाभ अवैध साहूकार उठा रहे है. कोरोना काल में जिन लोगों का रोजगार छिन गया ऐसे बेरोजगार लोग घर के गहने अवैध साहूकारों के पास गिरवी रख रहे है जिसका फायदा अवैध साहूकार उठा रहे है. जिलेभर में अवैध रुप से अवैध साहूकारों ने अपनी दूकानें खोल रखी है और मनमाने तरीके से ब्याज पर गरीब व जरुरतमंदों को रुपए दिए जा रहे है.
कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते पंजीकृत लायसंसधारी सराफा दूकानें बंद है. मजबूरी में लोग अवैध साहूकारों से कर्ज ले रहे है यह अवैध साहूकार जरुरतमदोंं से गहने, मकान, प्लॉट, वाहन गिरवी रखकर रकम ब्याज पर दे रहे है जिसका फायदा अवैध साहूकार उठा रहे है. पंजीकृत साहूकारों के पास गिरवी रखकर रुपया लिया जाता है तो वह साहूकार नियम के अनुसार एक या दो प्रतिशत ब्याज लेता है जबकि अवैध साहूकार 10 से 20 प्रतिशत ब्याज वसूल रहे है और इन साहूकारों द्बारा पठानी वसूली की जा रही है. कर्ज लेने वालों को यह अवैध साहूकार धमकियां देकर उनका शोषण कर रहे है. इन शोषण करने वाले अवैध साहूकारों पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.

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