बेरोजगारों व्दारा ट्रेनों में सिगारेट और गुटखे की अवैध बिक्री
एक वर्ष में 3693 विक्रेता गिरफ्तार
अमरावती/दि.1– राज्य मेंं बढती बेरोजगारी और स्वयं रोजगार के लिए आवश्यक सुविधा के अभाव में अनेक युवक रेलवे स्टेशन परिसर में और ट्रेनों में खाद्यपदार्थ, पानी बोतल तथा सिगारेट, गुटखा व अन्य पदार्थ अवैध रुप से बिक्री करने लगे हैं. इस कारण ट्रेनों में सफर करनेवाले यात्रियों को इन विक्रेताओं से काफी परेशानी होने लगी है. यात्री की शिकायत के बाद रेलवे सुरक्षा दल व्दारा चलाए गए अभियान में पिछले एक साल में 3693 विक्रेताओं को गिरफ्तार किया गया है.
ट्रेन से सफर के दौरान यात्रियों को पानी और खाद्यपदार्थ की सुविधा के लिए रेलवे की यंत्रणा है. इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिर्जम कार्पोरेशन की तरफ से ये सेवा दी जाती है. इसके अलवा विभागीय स्तर पर खाद्यपदार्थ बिक्री के लिए लाइसेंस दिए जाते हैं. ट्रेन में बीडी, सिगारेट, गुटखा, गांजा जैसे पदार्थ की बिक्री पर पाबंदी है. लेकिन यह पदार्थ ट्रेनों में चोरी छिपे दिखाई देते है. इसके लिए बेरोजगारी मुख्य कारण बताया जाता है. महाराष्ट्र सरकार के 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पदविका और पदवी अभ्यासक्रम पूर्ण किए युवकों में सर्वाधिक यानि 10 से 12 प्रतिशत बेरोजगारी है. राज्य में 2018-19 में यह दर 10.5 थी. जबकि 2020-21 में ग्रामीण क्षेत्र में 2.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्र में 6.5 प्रतिशत थी.
यात्रियों को लंबी दूरी के सफर में खाद्यपदार्थ और पानी की आवश्कता रहती है. इसकी आयआरसीटीसी की तरफ से व्यवस्था रहती है, लेकिन अनेक ट्रेनों में और जनरल डिब्बों में बीडी, सिगारेट, गुटखा, पानी बोतल, भेल, फल व अन्य खाद्यपदार्थ की बिक्री की जाती है. यह विक्रेताअ अवैध रहते हैं. लेकिन ट्रेनों में टिकट जांच के लिए टीटीई और रेलवे सुरक्षा दल के जवान उपलब्ध न रहने से ट्रेनों में अवैध खाद्यपदार्थ विक्रेताओं की भीड बढी है. इस संदर्भ में अनेक शिकायतें भी की गई है. इस कारण कभी-कभी रेलवे सुरक्षा दल विशेष अभियान चलाकर अवैध विक्रेताओं का बंदोबस्त करने का प्रयास करते हैं. लेकिन कार्रवाई के कुछ दिनों बाद ही फिर से विके्रता ट्रेनों में खाद्यपदार्थ और वस्तुओं की बिक्री करते है. इस कारण यात्रियों को सिगारेट, बीडी की परेशानी तो होती है, साथ ही डिब्बों में आग की घटना घटित होने का खतरा भी बना रहता है. रेलवे सुरक्षा दल ने अवैध खाद्यपदार्थ, पानी, गुटखा, सिगारेट, फल व अन्य वस्तु विक्रेताओं पर 2022 में 2075 प्रकरण दर्ज किए थे. इसमें से 2074 विक्रेताओं को गिरफ्तार किया गया. उनसे 23 लाख 3 हजार 250 रुपए जुर्माना वसूल किया गया. इसके बावजूद 2023 में अवैध विके्रताओं की संख्या बढी है. इस वर्ष 3693 शिकायतें दर्ज की गई. इसमें से सभी अवैध विक्रेता गिरफ्तार किए गए. उनसे 38 लाख 25 हजार 955 रुपए जुर्माना वसूल किया गया. ऐसा मध्य रेलवे के वरिष्ठ विभागीय सुरक्षा आयुक्त मनोज सिंह ने कहा.