अमरावती जिले में अवैध रेत उत्खनन जोरों पर
अमरावती/दि.20 – जिले के 15 रेती घाटों की निलामी के तीसरे राउंड को गुुरुवार से शुरुआत हुई है फिर भी जिन रेती घाटों की निलामी नहीं हुई. वहां से अवैध रेती उत्खनन बडी मात्रा में शुरु रहने का चित्र कोरोना संकट के चलते रेती घाटों की निलामी प्रक्रिया को देर हुई. जिसका पूरा लाभ रेत तस्कर उठा रहे है, ऐसा राजस्व व पुलिस विभाग की कार्रवाई से स्पष्ट हुआ है.
पिछले दो वर्ष से जिले में रेत की किल्लत महसूस हो रही है. हाल ही में भातकुली, धामणगांव रेलवे, दर्यापुर व तिवसा तहसील के कुल 9 रेत घाटों की निलामी की गई है. कुछ जगह रेत उठाने की अनुमति ठेकेदार को दी गई. उसके लिए नियम व शर्ते लागू की गई है, लेकिन प्रत्यक्ष में सभी नियम व शर्तो का उल्लंघन कर बेछूट तरीके से नदी से रेत उठाई जा रही है. इस तरह का चित्र है. भातकुली तहसील के पोहरा, अचलपुर तहसील के येलकी पुर्णा परिसर से रेत चोरी के प्रकार पिछले कई दिनों से शुरु थे. जिला प्रशासन की एक शिकायत के बाद निंद खुली. राजस्व प्रशासन तडके 5 बजे घटनास्थल पर जाने के बाद रेत से भरे पांच ट्रक पकडे गए. घटनास्थल पर 10 से 20 फीट से ज्यादा गहरे खड्ढे रेत चोरों ने करने का चित्र है. नियमावलि का उल्लंघन किया गया है. अचलपुर राजस्व विभाग के दल ने 4 दिन पहले येलकी पुर्णा परिसर में नदी से पांच ट्रक जब्त किये. किंतु अभी तक दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई.
धारणी तहसील में उलझ रहा रेत का मामला
- विधायक राजकुमार पटेल ने की जिलाधिकारी से भेंट
रेती घाट की निलामी न होना तथा मध्य प्रदेश से रेत लाने की अनुमति न मिलना इन कारणों से मेलघाट की रेत समस्या उलझती दिखाई दे रही है. विधायक राजकुमार पटेल ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी के साथ चर्चा की है.
तहसील में पिछले दो महिने से रेत के अभाव में बांधकाम प्रलंबित है. इसमें शासकीय निजी व घरकुल के कामों का समावेश है. मेलघाट की रेती घाट निलामी प्रक्रिया लंबित रहीं. पिछले तीन-चार वर्ष से मेलघाट के रेतीघाट सरकार की लापरवाही से निलाम नहीं हुए. जिससे मेलघाट के धारणी तहसील में मध्यप्रदेश से रेत की आवक होती थी. किंतु पिछले महिने महाराष्ट्र सरकार के एक आदेश पर मध्य प्रदेश से आने वाली रेत यातायात रोकी. जिससे मेलघाट में पिछले एक-डेढ महिने से रेत की भारी किल्लत निर्माण हुई है. इस रेत की किल्लत से सभी प्रकार के बांधकाम पूरी तरह से बंद हुए है तथा अनेक मजदूर, बांधकाम कर्मचारी, लेबर ठेकेदार पर भुखमरी की नौबत आयी है. यह सभी बाते विधायक राजकुमार पटेल ने स्थानीय स्तर पर सहायक जिलाधिकारी मिताली सेठी को बतायी थी. किंतु उसपर निर्णय नहीं हुआ. जिससे विधायक राजकुमार पटेल ने जिलाधिकारी कार्यालय का रेत किल्लत की समूची जानकारी जिलाधिकारी को दी. इस बारे में तत्काल ध्यान देकर मेलघाट की रेत यातायात शुरु करने तथा मध्यप्रदेश से नियम के अनुसार रेत लाने की तत्काल अनुमति देने की मांग जिलाधिकारी शैलेश नवाल को एक निवेदन व्दारा उन्होंने की.
- रेत की समस्या बाबत अगर जिलाधिकारी ने तत्काल निर्णय लेकर रेत यातायात शुरु नहीं की तो मैं मेरे मेलघाट की जनता को साथ लेकर सत्याग्रह करुंगा. जिससे कानून व सुव्यवस्था की समस्या निर्माण हुई.तो इसकी समूची जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी.
– राजकुमार पटेल, विधायक, मेलघाट