अमरावती/दि.२६ – गत रोज अमरावती जिले के संक्षिप्त दौरे पर आये राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्थानीय जिलाधीश कार्यालय में आयोजीत समीक्षा बैठक के दौरान जिले में चल रहे स्वास्थ्य संबंधी कामकाज की समीक्षा करने के साथ ही यहां पर महिला अस्पताल, एम्बुलन्स वाहन तथा लिक्वीड ऑक्सिजन गैस टैंकर के लिए तमाम आवश्यक उपाययोजना किये जाने के निर्देश जारी किये. साथ ही उन्होंने कहा कि, राज्य के अन्य जिलों की तुलना में अमरावती जिले में हालात काफी बेहतर है. अत: स्थिति को संभाले रखने हेतु यहां के प्रशासन को पूरी तरह से सजग व सतर्क रहना होगा.
इस समीक्षा बैठक में राज्य के अन्न व औषधी प्रशासन मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे, जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर, विधायक सुलभा खोडके, बलवंत वानखडे व देवेंद्र भूयार, जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख, महापौर चेतन गावंडे, संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह, जिलाधीश शैलेश नवाल, सीएस डॉ. श्यामसुंदर निकम तथा पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप उपस्थित थे.
इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, अमरावती जिले में मृत्यु दर मात्र २.११ प्रतिशत है और पॉजीटिव मरीजों का अनुपात ३० प्रतिशत है, जो पहले की तुलना में १० प्रतिशत कम हो गयी है. उन्होंने इस समय कोरोना टेस्टिंग की संख्या को बढाये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि, रोजाना १ हजार कोरोना संदेहित मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पलों की जांच होनी चाहिए, ताकि कोरोना संक्रमित रहनेवाले मरीजों का जल्द से जल्द इलाज शुरू हो सके. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, सरकार द्वारा निजी कोविड अस्पतालों के उपचार शुल्क सहित प्लाज्मा एवं एक्सरे जांच की दरें भी तय की गई है. ऐसे में यदि कहीं पर भी निर्धारित शुल्क से अधिक रकम लिये जाने का मामला सामने आता है, तो प्रशासन द्वारा संबंधितों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाये. इसके अलावा उन्होंने अमरावती जिले में जीवनरक्षक दवाईयों का स्टॉक उपलब्ध रहने और आपूर्ति को सुचारू व अबाधित रखने के लिए भी आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये.