अमरावती

बोगस विकलांग कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए

अपंग जनता दल ने किया एक दिवसीय धरना आंदोलन

अमरावती प्रतिनिधि/दि. ११ – बोगस विकलांग कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई करने व विकलांग हक अधिनियम २०१६ की धारा ९२ को सख्ती से अमल में लाने की मांग को लेकर आज जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अपंग जनता दल की ओर से एक दिवसीय धरना आंदोलन किया गया. वहीं जिलाधिकारी को निवेदन भी दिया गया. निवेदन में बताया गया कि, नया विकलांग हक अधिनियम २०१६ को मंजूर कर विकलांगों का तत्परता से विकास हो सकें, इसलिए यह लागू किया गया है. इस अधिनियम के तहत विकलांग अनुशेष नौकरी भरती प्रक्रिया में विकलांगों के लिए ४ फीसदी आरक्षित सीटें रखने के आदेश है. लेकिन वर्ष २००६, २०१०, २०११ में अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय में अपंग अनुशेष भरती प्रक्रिया में जिला सामान्य अस्पताल के चिकित्सकों के साथ संगनमत करते हुए अल्प दृष्टि बाधित व बहिरे इन प्रवर्ग के विकलांगों का प्रमाणपत्र बनाकर व कुछ प्रमाणपत्रों में कांट छाटकर नियुक्तियां प्राप्त की है. जिसकी शिकायत भी दर्ज करायी गई है. जिसके अनुसार बोगस विकलांग प्रमाणपत्र को लगने वाले कर्मचारियों के विकलांग युडीआईडी प्रमाणपत्र पेश करने के आदेश दिये गये थे. लेकिन किसी भी कर्मचारी ने विकलांग युडीआईडी प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं किया है. इसके अलावा संदिप जयस्वाल नामक विकलांग के साथ मारपीट करने वाले उदम मोटवाणी, लाला मोटवाणी, दिपक मोटवाणी, साहिल मोटवाणी के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस थाने में विकलांग हक अधिनियम २०१६ की धारा ९२ के तहत अपराध दर्ज किया जाये. इसी तरह जिले में धारा ९२ को सख्ती से अमल में लाया जाये. अन्यथा विकलांग जनता दल की ओर से ३ दिसंबर को विश्व विकलांग दिवस पर कार्यालय के सामने सामूहिक आत्मदहन आंदोलन किया जाएगा. निवेदन सौंपते समय सुधाकर काले, मयुर मेश्राम, राजिक शहा, अनवर शहा, मुतलिक चोस, नासीर बेग, शेख बब्बु, शेख रुस्तम, प्रफुल्ल अजमिरे, रमेश डोंगे, शालु ठोसर, सरोज पुनसे, मोरेश्वर पवार, गणेश वानखडे, राहुल वानखडे, राजु शाह, मो. इलियास, मो. राजिक, अरqवद गवारगुरु, वंदना सुर्यवंशी मौजूद थे.

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