राष्ट्रीय एकता को समर्पित देवदूत है हाजी हमीद भाई
कोरोना महामारी के दौरान की जरुरतमंदो को सहायता
चांदूर रेल्वे/प्रतिनिधि दि.१८ – स्वार्थी दुनिया में आज ऐसे कुछ लोग भी है जिनकी नेकी और अच्छी सोच लोगों को प्ररेणा देती है. ऐसे ही चांदूर रेल्वे तहसील के हाजी अब्दुल हमीद भाई राष्ट्रीय एकता को समर्पित देवदूत है. जिन्होंने गरिबी से संघर्ष कर शून्य से विश्व निर्माण किया और वे कोरोना काल में देवदूत सबित हुए. हाजी अब्दुल हमीद भाई ने कोरोना काल में गरीब व जरुरतमंदों को अनाज व दवाईयों का वितरण किया साथ ही सरकारी कार्यालयों को भी आवश्यक साहित्य तथा सैनिटाइजर का वितरण किया.
उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के चलते खुद का जीवन ही नहीं संवारा बल्कि रौशन स्टोन क्रशर के माध्यम से बडी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करवाए. हाजी अब्दुल हमीद भाई का जन्म चांदूर रेल्वे तहसील के कुर्हा गांव में हुआ. घर की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी. उन्होंन युवा अवस्था में ट्रक चालक के रुप में कार्य की शुरुआत की और अपनी मेहनत और लगन के चलते कामयाबी हासिल की.
आज उन्हें सामजिक कार्यो के लिए संपूर्ण जिले भर में जाना जाता है. उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने गांव के तथा आसपास के परिसर में स्वयं के खर्चे से सैनिटाइजर का विरण किया तथा तिवसा पुलिस थाना अंतर्गत व तहसील कार्यालय अंतर्गत सैनिटाइजर का वितरण कर गरिब व जरुतमंदों को अनाज व औषधियों का भी वितरण किया. उनके व्दारा किए गए सामाजिक कार्यो को लेकर अनेकों पुरस्कार व प्रमाणपत्रों से सम्मानित किया गया.