प्रकल्पग्रस्त गांवों का पुनर्वसन करने तत्काल हो उपाय
सांसद नवनीत राणा ने प्रशासन से आपात बैठक बुलाने कहा
अमरावती/दि.20 – पेढी बैरेज उपसा सिंचन व टेंभा प्रकल्प अंतर्गत आने वाले गांवों का अब तक पुनर्वसन नहीं हुआ है. जबकि नियमानुसार जिन गांवों की 75 फीसद से अधिक जमीन किसी प्रकल्प में जाती है, तो उसका सबसे पहले पुनर्वसन किया जाना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद इस मामले में अधिकारियों व संबंधित विभागों द्बारा सभी नियमों की अनदेखी जा रही है. ऐसे में रोहनखेड व पर्वतापुर गांवों में रहने वाले लोगों का पुनर्वसन करने हेतु तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाए तथा उपाय योजना करने हेतु संबंधित अधिकारियों की तुरंत बैठक बुलाई जाए. इस आशय के निर्देश जिले की सांसद नवनीत राणा द्बारा जिलाधीश कार्यालय को दिए गए है.
सांसद नवनीत राणा की ओर से जिलाधीश कार्यालय के नाम जारी किए गए पत्र में बताया गया कि, पर्वतापुर व रोहनखेड के 650 घरों का पुनर्वसन होना बाकी है. इसके साथ ही दोनदगांव के 150 व टेंभा गांव के 200 घरों का भी पुनर्वसन करना है. इस क्षेत्र की करीब 274 हेक्टेअर जमीन बुडित क्षेत्र में है और संबंधित एजेंसी द्बारा काम शुरु कर दिया गया है. परंतु जहां पर निर्माण शुरु है, वहां से निकलने वाली गाद को एक किमी दूर ले-जाकर डालने की वजह गांव के पास ही डाला जा रहा है. ऐसे गांववासियों व किसानों में इस प्रकल्प की वजह से सरकार को लेकर काफी रोष है. अत: इस मामले का त्वरित निपटारा करने हेतु जिलाधीश कार्यालय में सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई जानी चाहिए. जिसमें आवश्यक उपाय योजनाओं पर विमर्श करने के साथ ही जरुरी कदम उठाए जाने चाहिए.