वाहन चालकों पर जबरन थोपे गए कानून को तत्काल रद्द करें, अन्यथा चक्का जाम आंदोलन…
जनता अधिकार संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. फिरोज खान ने दी चेतावनी
अमरावती/दि.03– जिला वाहन चालक कृति समिति का समर्थन कर. सरकार के व्दारा वाहन चालकों के खिलाफ कानून बनाया है. वह वाहन चालकों के लिए सरासर ग़लत है. इस काले कानून को वापस लेने की मांग तथा नहीं लेने की स्थिती में तीव्र चक्का जाम आंदोलन करने की चेतावनी जनता अधिकार संगठन के संस्थापक अध्यक्ष और घरेलु छोटे वाहन के चालक डॉ. फिरोज खान दी है.
डॉ. फिरोज ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह नया कानून ड्राईवरों के लिए अन्याय है, जुल्म है और सरकार की तानाशाही है. इसे कोई भी वाहन चालक हरगिज़ स्वीकार नहीं करेगा. सरकार को चाहिए कि इस बगैर सिर पैर के कानून को तत्काल रद्द करें. कोई भी वाहन चालक अपने वाहन से जानबूझकर कोई दुर्घटना नहीं करता. कभी-कभी जिसका एक्सीडेंट होता है गलती उसकी भी हो सकती है. सरकार ने काला कानून बनाया है यह छोटे बड़े टू व्हीलर फोर व्हीलर सभी वाहन चालकों के लिए है, सभी वाहन चालकों को इस काले कानून का पुरजोर विरोध करना चाहिए. जो कानून बनाया गया है यह सभी वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब है सर दर्द है.
चिंताजनक है यह कानून बनाते समय सरकार ने कुछ सोचा समझा या नहीं सरकार को देश के वाहन चालकों की कोई चिंता है या नहीं, सरकार से पहले प्रश्न एक आम वाहन चालक दस लाख रुपए कहां से लायेगा..? दूसरा प्रश्न अगर उसे 7 साल की जेल हो जाए तो उसके परिवार वालों का पालन पोषण कैसे होगा..? तीसरा प्रश्न उसके बूढ़े मां बाप की देखभाल कौन करेगा..? इन सारी बातों का खयाल रखते हुए सरकार को यह कानून वापस लेने के लिए इर्विन चौक, बाबासाहेब अंबेडकर मूर्ति के पास सरकार के कानून वापस ले अन्यथा स्ट्रिंग छोड़ो आंदोलन शुरू किया जा रहा है. अगर सरकार कानून वापस नहीं लेती तो जल्द ही उनकी संगठन की ओर से बडा चक्का जाम आंदोलन शुरू किया जाने की चेतावनी डॉ.फिरोज ने दी.