भीम ब्रिगेड के वानखडे व अन्य पर दर्ज अपराध तत्काल खारिज करें
राणा दंपत्ति पर लगाया झूठे अपराध में फंसाने का आरोप
आंबेडकरवादी संगठनाओं के कार्यकर्ताओं ने किया धरना आंदोलन
पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर दी तीव्र आंदोलन की चेतावनी
अमरावती/ दि. 17 – भीम ब्रिगेड संगठना के संस्थापक अध्यक्ष राजेश वानखडे व अन्य लोगों के खिलाफ गाडगेनगर पुलिस थाने में विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया. पिछले कई वर्षो से लोगों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करनेवाले राणा दंपत्ति के कहने पर झूठे अपराध में फंसाया गया है, ऐसा आरोप लगाते हुए आंबेडकरवादी विभिन्न संगठना के पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने आज पुलिस आयुक्तालय के सामने ठिया आंदोलन करते दर्ज झूठे अपराध को तत्काल खारिज किया जाए, ऐसी मांग की और ऐसा नहीं किया गया तो सांसद नवनीत राणा, विधायक रवि राणा व पुलिस प्रशासन के खिलाफ संवैधानिक र्मा े रास्ते पर तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी पुलिस आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में दी गई.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि बडनेरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रवि राणा व लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आयी नवनीत राणा और अन्य उनके कार्यकर्ता को किसी भी तरह की धक्का मुक्की व आक्षेपयुक्त इशारे 13 अप्रैल की रात 12 बजे भीम ब्रिगेड के अध्यक्ष राजेश वानखडे व अन्य पदाधिकारियों ने नहीं किए. उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षो से अमरावती शहर का उन्होंने वातावरण खराब कर रखा है. यह सभी को पता है. समाज के वोट के सहारे जीतकर आने के बाद भी उन्हें के खिलाफ षडयंत्र रच रहे है. अपने पद का दुरूपयोग कर पुलिस प्रशासन पर दबाब बनाते हुए अपराध दर्ज कराया, ऐसा दिखाई देते हुए उस परिसर में सीसीटीवी कैमेरे लगे है. उस फुटेज में इस तरह की कोइ घर्टना नहीं है. फुटेज देखे बगैर अपराध दर्ज करना सरासर गलत है. आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
ज्ञापन के माध्यम से यह भी आरोप लगाया है कि हमेशा ही वे झूठे अपराध दर्ज कराते है. ऐसे कई मामले अदालत में भी शुरू है. पिछली बार निगमायुक्त पर स्याई फेंकी गई थी. 13 अप्रैल को केवल उनके खिलाफ नारे लगाए गये थे. मगर इस बारे में किसी भी तरह से छानबीन किए बगैर अपराध दर्ज किया गया. वह अपराध तत्काल रद करे अन्यथा तीव्र आंदोलन छेडा जायेगा, ऐसी चेतावनी देते समय निलेश जामठे, जे.एम. गोंडाणे, योगेंद्र बांगर, किरण गुडधे, गोपाल ढगेकर, अशोक जुनघरे, सोनू वाहने, हरीश मेश्राम, चंदु कांबले, विशाल तायडे, नितीन कांबले, मोहन धंदर, अनिल फुलझेले, सनी चव्हाण, निलेश विश्वकर्मा, बाबाराव धुर्वेे, गौतम गवली, अभिजीत देशमुख, मनीष साठे, रितेश कुशवाह, प्रवीण सरोदे, विकास मेश्राम, रामेश्वर रामटेके, नंदु शिरडीबर, प्रवीण गाढवे, नंदु काले, प्रकाश वानखडे, विनोद गाडे, अमित वानखडे, बंटी रामटेके, सुप्रिया खोब्रागडे, श्रीधर गडलिंग, विक्की तायडे, रितेश तेलमोरे समेेत अन्य आंबेडकर गतिविधि में शामिल पार्टी व संगठनाओं के कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे्.