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तुरंत नया वैंटीलेटर, नई इलेक्ट्रीक फिटिंग

6 माह में नई इमारत में शिफ्ट होगा डफरीन

* सांसद डॉ. बोंडे और राणा की कलेक्टर से स्पेशल मीटिंग
* मामला शिशु आईसीयू में हुए हादसे का
* 7 करोड के प्रस्ताव का भी पाठपुरावा
अमरावती/दि.26 – रविवार पूर्वान्ह जिला स्त्री अस्पताल डफरीन के एनआईसीयू अर्थात बच्चों के अतिदक्षता विभाग में हुई वैंटीलेटर विस्फोर्ट की घटना को जिले के दोनों सांसद डॉ. अनिल बोंडे और नवनीत राणा ने गंभीरता से लिया. आज पूर्वान्ह जिलाधिकारी कार्यालय में आनन-फानन में मिटिंग आहूत की गई. जिसमें तत्काल 1 करोड रुपए के खर्च को मंजूरी देकर नया वैंटीलेटर लेने, आईसीयू के नये इलेक्ट्रीक फिटिंग करवाने एवं ऑडिट करने के निर्देश डॉ. बोंडे ने जिलाधीश पवनीत कौर को दिये. जिलाधीश ने भी आदेश के तुरंत क्रियान्वयन के निर्देश दिये है. इस बीच पीडीएमसी सूत्रों ने बताया कि, बच्चों की हालत ठीक है. उसकी पूरी निगरानी विशेषज्ञ डॉक्टर कर रहे है. बता दें कि, रविवार सुबह हुई दुर्घटना में वैंटिलेटर में विस्फोर्ट के कारण कुछ नवजात शिशुओं को चोट आयी थी. फिर भी नर्सेस और महिला कर्मचारियों की सूझबूझ और तत्परता के कारण बच्चों की जान बाल-बाल बच गई.
* नये आईसीयू का प्रस्ताव
मीटिंग के बाद डॉ. अनिल बोंडे ने मीडिया को बताया कि, डफरीन की पुरानी इमारत 1940 की है. उसके ढहाने का वक्त आ गया है. ऐसी संकरी जगह पर नवजात शिशु आईसीयू कार्यरत है. 27 बच्चों की क्षमता रहते 50 बच्चे भर्ती किये गये. इसलिए नये आईसीयू का 7 करोड का प्रस्ताव उनके पालकमंत्री रहते बनाया गया था. वह कालांतर में पालकमंत्री बनी नेता ने आगे नहीं बढाया. जिसके कारण नया आईसीयू अटका पडा है. अब वे नये पालकमंत्री और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को यह प्रस्ताव दोबारा भेजेंगे. उसे मंजूर करवाया जाएगा. आखिर बच्चों की जान का सवाल है.
* 6 माह में शिफ्ट
डॉ. बोंडे ने बताया कि, 200 बेड का नया भवन निर्माण का कार्य उनके पालकमंत्री रहते आरंभ हुआ था. इस निर्माण में तेजी लायी जा रही है. अगले 6 माह के अंदर जिला स्त्री अस्पताल को नई इमारत में स्थानांतरीत कर दिया जाएगा. पेशे से स्वयं निष्णांत चिकित्सक रहे डॉ. बोंडे ने कहा कि, आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए भी निधि डीपीसी से उपलब्ध करवाई जा रही है.
* नवनीत और रवि ने भी की पुष्टि
जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित खास बैठक में लोकसभा सदस्य नवनीत राणा और विधायक रवि राणा भी उपस्थित थे. दोनों ही जनप्रतिनिधियों ने एसएनसीयू के लिए 50 कर्मचारियों का मानव संसाधन, 3 हजार फुट का हॉल, टेक्निशीयन, इलेक्ट्रीशियन तथा सीओटू के लिए डीपीसी से 1 करोड रुपए की निधि उपलब्ध करवाने का अनुरोध जिलाधीश से किया. जिलाधीश ही जिला नियोजन समिति की पदेन सचिव रहती है. जनप्रतिनिधियों की डिमांड पर कलेक्टर ने सकारात्मक और तत्काल कदम उठाने के संकेत दिये.
* जांच जारी
डफरीन में रविवार को हुई घटना की जांच जिला शल्सचिकित्सक द्बारा की जा रही है. दोनों सांसद बोंडे और राणा ने इस बारे में सीएस से विस्तुत अहवाल तलब किया है. आज की बैठक में कृति प्रारुप भी पेश करने के निर्देश दिये गये.

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