जालना/दि.१४ – संपूर्ण राज्य में कोरोना की दूसरी लहर ने बड़ा कहर निर्माण किया है. कोरोना के नये स्टे्रन के कारण एक व्यक्ति से अनेकों को संसर्ग होने के कारण सभी जिला प्रशासन ने खबरदारी बरतने के उपाय करने शुरु किये है. जालना में भी बड़े पैमाने पर उपाय योजना की गई है. राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने जालना की निवासी शालाओं के विद्यार्थियों को तुरंत घर भेजने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं.
स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में कोरोना समीक्षा बैठक का आयोजन किया था. इस समय जिलाधिकारी रविन्द्र बिनवडे, जिला पुलिस अधीक्षक विनायक देशमुख, जि.प. के प्रभारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रताप सवडे, निवासी उपजिलाधिकारी केशव नेटक आदि उपस्थित थे.
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रेमडेसिवीर का कालाबाजार न होने दें
कोरोना बाधित मरीजों पर उपचार के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन बड़े पैमाने पर जिले में उपलब्ध रहे, इसके लिये इसकी मांग की जाये. जिले में उपलब्ध होने वाले प्रत्येक इंजेक्शन का हिसाब रखा जाये, इंजेक्शन्स सर्वसामान्यों को बढ़ती कीमतों में बेचे न जाये वहीं इसका कालाबाजार न हो एवं जिले में मरीजों को ऑक्सिजन की कमी न पड़े, इस ओर ध्यान देने के निर्देश टोपे ने दिये.
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डॉक्टर्स, नर्स, सफाई कामगारों को प्रशिक्षण दें
कोरोना बाधित मरीजों को समय पर उपचार मिले, इस दृष्टि से जिला सामान्य अस्पताल में उपलब्ध 400 बेड के अतिरिक्त और 2 50 ऑक्सिजन बेड की निर्मिति किये जाने वाले बेड मरीजों के लिये तुरंत उपलब्ध होंगे. इसके लिये सुक्ष्म नियोजन किया जाये, इसके लिये आवश्यक सभी साहित्य व डॉक्टर्स, नर्स, सफाई कामगार को प्रशिक्षण दिये जाने की सूचना भी उन्होंने इस समय दी.
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कोरोना से मृत्यु न होने दें
कोरोना संसर्ग हुआ व्यक्ति देरी से अस्पताल में भर्ती होने से उन्हें समय पर उपचार न मिलने के कारण मरीज की तबियत बिगड़कर अनेक बार मरीज की मृत्यु हो जाती है.यह अत्यंत चिंता की बात है. सर्वसामान्य नागरिक सर्दी, बुखार, खांसी सरीखे कोरोना के लक्षण पाये जाने पर इस ओर दुर्लक्ष कर रहे हैं. इस कारण ऐसे मरीज को होम आयसोलेशन में न रखते हुए उनके संस्थात्मक अलगीकरण किये जाने पर जोर देकर कोरोना के कारण एक भी मरीज की मृत्यु नहीं होगी, इस ओर ध्यान देने के निर्देश भी उन्होंने दिये.