हरताला ग्राम की भीषण जल समस्या का तत्काल निवारण करें
उपाययोजना तत्काल न करने पर प्रशासन को तैयार रहने की नितिन कदम ने दी चेतावनी
अमरावती/दि.31– केंद्र सरकार ने पेयजल के लिए आगामी 30 साल का प्रारुप तैयार कर चलाई जलजीवन मिशन योजना पानी के अभाव में गांव-गांव सूखी पडती दिखाई दे रही है. ‘हर घर नल से जल’ का ढिंढोरा पिटते हुए यह योजना चलाई गई. लेकिन ऐसी योजना की धज्जियां उडाई दिखाई दे रही है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से जलापूर्ति विभाग द्वारा हर घर जल मिशन अंतर्गत जलापूर्ति करने का प्रयास किया जाता रहते जिले के भातकुली तहसील के हरताला गांव में भीषण जल किल्लत दिखाई दे रही है. इस गांव की महिलाओं को पानी के लिए दो किलोमीटर पैदल जाना पड रहा है. वहां पर भी महिलाओं को दूषित जल मिल रहा है. संकल्प शेतकरी संगठना के अध्यक्ष नितिन कदम ने गांव में भेंट देकर परिस्थिति की समीक्षा की और स्थानीय प्रशासन को इस पेयजल समस्याबाबत कायमस्वरुप उपाययोजना न करने पर नागरिकों के रोष का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी उन्होंने दी.
भातकुली परिसर में नागरिकों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए शासन की तरफ से विविध उपाययोजना की जा रही है. जिसमें नल, कुओं के जरिए पेयजल उपलब्ध करना तथा बोअरवेल के जरिए पानी उपलब्ध कराने की योजना चलाई जा रही है. यह योजना हरताला गांव में चलाने की मांग महिलाओं सहित नागरिकों ने की है. पिछले अनेक साल से भातकुली तहसील के हरताला गांव में पानी की भयावह परिस्थिति है. यहां के नागरिकों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड रहा है. कडी धूप में दो से तीन किलोमीटर पैदल जाने के बाद दूषित जल मिल रहा है. घर पहुंचकर उसको छानने के बाद गरम करना पड रहा है. पानी मवेशी न पीए इसके लिए झरनों को कुंपन लगाकर रखे गए है. हर दिन काम छोडकर ग्रामवासियों को सुबह से ही पानी के लिए इधर-उधर भागना पड रहा है. तब कहीं 10 लीटर पानी मिल पाता है. अनेक परिवार की महिलाओं को अपने बच्चों को भी पानी लाने के लिए ले जाना पड रहा है. जिससे उनकी शिक्षा पर असर हो रहा है. इस भीषण समस्या को देखते हुए जल्द से जल्द शासन द्वारा हरताला ग्राम की पेयजल समस्या हल करने की मांग समाजसेवी नितिन कदम सहित मुकुंद बांबल व ग्रामवासियों ने की.