पीडित बालिका को डेढ घंटे बेड न देनेवाली स्टाफ नर्स व सिस्टर को तत्काल निलंबित करें
भीम ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने सीएस कक्ष में जमाया ठिया
* जांच के बाद दोषियों पर आश्वासन देने पर आंदोलन समाप्त
* पुलिस का रहा तगडा बंदोबस्त
अमरावती /दि. 20– दर्यापुर तहसील के एक गांव में 6 वर्षीय बालिका पर एक नराधम द्वारा अत्याचार किए जाने के बाद पीडिता के माता-पिता दर्यापुर पुलिस के साथ जिला अस्पताल पहुंचने के बावजूद पीडिता को वहां की स्टाफ नर्स और सिस्टर द्वारा डेढ घंटे तक बेड न देते हुए बैठाकर रखने से और सहायता के लिए पहुंचे कार्यकर्ताओं के साथ भी विवाद करनेवाली दोनों स्टाफ नर्स को निलंबित करने की मांग को लेकर आज भीम ब्रिगेड के संस्थापक अध्यक्ष राजे वानखडे के नेतृत्व में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले के कक्ष में ठिया आंदोलन किया गया. लिखित रुप से आश्वासन मिलने के बाद यह आंदोलन समाप्त किया गया. आंदोलन के समय पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात था.
राजेश वानखडे ने सीएस को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि, गत 18 जनवरी को दर्यापुर तहसील की 6 वर्षीय बालिका पर एक नराधम ने लैंगिक अत्याचार किया. इस घटना के बाद पीडिता के माता-पिता ने दोपहर 3 बजे दर्यापुर थाने में शिकायत दर्ज की. रात 9 बजे पीडिता को अमरावती जिला अस्पताल रेफर किया गया. उसके साथ माता-पिता और दर्यापुर थाने की एक महिला सिपाही व जवान रात 9.20 बजे इर्विन पहुंचे. वहां आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपात विभाग में जाकर नर्स से मिले तब वहां स्टाफ नर्स जयमाला तंतरपाले और सिस्टर अंजूम कार्यरत थी. इन दोनों स्टाफ नर्स ने पीडिता के माता-पिता को बाहर बैठा दिया. तब पीडिता को काफी तकलीफ हो रही थी. पीडिता का दो वर्ष पूर्व ही बाईपास हुआ है. उसे काफी तकलीफ हो रही थी. उसे बेड न देते हुए बेंच पर बैठाकर रखा. भीम ब्रिगेड के कार्यकर्ता वहां पहुंचे तब पीडिता काफी परेशान थी. दोनों सिस्टर से अनुरोध करने के बावजूद उन्होंने डॉक्टर के देखे बगैर बेड देने से इंकार कर दिया और विवाद करने लगी. इस घटना से संतप्त हुए भीम ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने अपना रोष व्यक्त किया. राजेेश वानखडे ने डॉ. प्रमोद निर्वाने से संपर्क किया तब ब्राम्हणे मेडम तत्काल वहां पहुंची और पीडिता को कमरा खोलकर बेड देते हुए तत्काल उपचार शुरु किया. ब्राम्हणे मेडम के आने के पूर्व दोनों स्टाफ नर्स अपने पास कमरे की चाबी न रहने की बात कह रही थी. जबकि ब्राम्हणे मेडम आते ही अंजूम सिस्टर ने तत्काल चाबी दी. इस कारण पीडिता क डेढ घंटे तक दोनों स्टाफ नर्स ने बेवजह परेशान किया. इस कारण उन पर तत्काल कार्रवाई कर निलंबित करने की मांग को लेकर आज राजेश वानखडे के नेतृत्व में पीडिता के परिजन व नागरिकों ने सीएस डॉ. दिलीप सौंदले के कक्ष में ठिया आंदोलन किया. इस अवसर पर पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात था. सीएस द्वारा मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त किया.