मनपा चुनाव की प्रभाग रचना को लेकर जबरदस्त उत्सुकता
प्रत्यक्ष सर्वेक्षण होगा या फिर गुगल मैप के जरिए होगा परिसीमन

* स्थानीय अधिकारी लेंगे निर्णय या मंत्रालय में होगा फैसला
* प्रभाग की सदस्य संख्या को लेकर भी बना हुआ है संभ्रम
* 2017 की प्रभाग रचना पर होगा अमल या नया परिसीमन
अमरावती/दि.29 – विगत दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थानीय स्वायत्त निकायों के प्रलंबित चुनाव को लेकर फैसला सुनाते हुए चार सप्ताह के भीतर अधिसूचना जारी करने एवं चार माह के भीतर चुनाव करवाने का फैसला सुनाया गया था. जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार को चिठ्ठी लिखकर प्रभाग रचना को तय करने के बारे में कहा था. परंतु अब तक राज्य सरकार की ओर से किसी भी स्थानीय स्वायत्त निकाय के निर्वाचन विभाग को प्रभाग रचना तय करने के बारे में कोई सरकारी पत्र नहीं भेजा गया है. जिसके चलते अमरावती महानगर पालिका की संभावित एवं प्रस्तावित प्रभाग रचना को लेकर संभ्रम व उत्सुकता वाला माहौल है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा आगामी सितंबर-अक्तूबर माह के दौरान स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव करवाने की बात कही गई थी. जिसका सीधा मतलब है कि, स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर भाजपा बेहद फूंक-फूंककर कदम उठा रही है. ताकि स्थानीय निकायों के चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह अधिक से अधिक व जबरदस्त सफलता हासिल की जा सके. ध्यान देनेवाली बात है कि, वर्ष 2017 में अमरावती महानगर पालिका के चुनाव 4 सदस्यीय प्रभाग पद्धति के जरिए कराए गए थे. वहीं वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद प्रभाग रचना को लेकर हलचले बढी थी. लेकिन कुछ ही समय बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. वहीं इसके बाद स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव ही अधर में लटक गए. वहीं अब करीब 8 साल बाद स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव होनेवाले है. ऐसे में अब सभी का ध्यान इस बात की ओर लगा हुआ है कि, स्थानीय स्वायत्त निकायों के लिए कितने सदस्यीय प्रभाग पद्धति को अमल में लाया जाता है.
बता दें कि, इससे पहले अमरावती महानगर पालिका के चुनाव हेतु एक़ल वॉर्ड पद्धति सहित दो सदस्यीय, तीन सदस्यीय व चार सदस्यीय प्रभाग पद्धति पर भी अमल किया जा चुका है. वहीं अब अमरावती शहर का बडी तेजी के साथ विस्तार हुआ है और नए-नए रिहायशी इलाके भी अस्तित्व में आए है. ऐसे में अब यह देखनेवाली बात होगी कि, प्रभाग रचना को लेकर जमिनी स्तर पर कोई प्रत्यक्ष सर्वेक्षण किया जाता या फिर मुंबई स्थित मंत्रालय में बैठकर गुगल मैप के जरिए प्रभाग रचना की जाती है. साथ ही उत्सुकता इस बात को लेकर भी है कि, कितने सदस्यीय प्रभाग पद्धति को मनपा चुनाव हेतु अमल में लाया जाता है.