अमरावतीमहाराष्ट्र

प्रभु श्रीराम के विचारों को जीवन में उतारें

परमेश्वरी शेलोटकर का आह्वान

* दासटेकडी पर श्रीराम नवमी उत्सव मनाया
तिवसा/दि.11-प्रभु श्री राम सुनने के नहीं बल्कि जीवन में उतारने वाले महान व्यक्तित्व थे. उनका जीवन मर्यादाओं का सर्वोच्च रहा है. प्रभु श्रीराम के विचारों को जीवन में उतारने वाले कभी पीछे नहीं हट सकते हैं. इस आशय का उपदेशपूर्ण प्रतिपादन परमेश्वरी शेलोटकर महाराज ने किया. वे दासटेकड़ी स्थित मंदिर में आयोजित श्रीराम नवमी कार्यक्रम में बोल रहे थी. तिवसा ‘राम कृष्ण हरि मानवता मंदिर’ यानी ‘दास टेकड़ी’ में हर साल की तरह इस साल भी श्रीराम नवमी कार्यक्रम उत्साह के साथ मनाया गया. इस अवसर पर परमेश्वरी शेलोटकर ने अपनी मधुर वाणी में रामायण का सार उपस्थित श्रद्धालुओं को सुनाया. इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज और छत्रपति शिवाजी महाराज की आत्मकथाएं भी सुनाईं.
इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने राम-लक्ष्मण सीता समेत कई लोगों की भूमिका निभाकर दर्शकों का ध्यान खींचा. इस समय मंच पर जयराज सिंह राठौड़, राम कृष्ण हरि विश्व मानवता मंदिर के अध्यक्ष विलासराव साबले महाराज, ग्राम गीता प्रचारक गुलाबराव खवसे महाराज, प्रहार संजय देशमुख, साबले, पत्रकार हेमन्त निखाडे, सामाजिक कार्यकर्ता शिवहरि बोकड़े, डॉ. पी. पी. पालेकर एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. रामनवमी के अवसर पर संजय देशमुख, गुलाबराव खवसे ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम अध्यक्ष विलासराव साबले महाराज ने अपने समापन भाषण में कहा कि गुरुदेव नगर बस स्टॉप से दास टेकड़ी की दूरी डेढ़ मील होने के कारण यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पूरे क्षेत्र को देखकर थक जाते हैं, इसलिए आगामी दिनों में यहां दोपहर में भोजन दान की व्यवस्था की जाएगी.तत्पश्चात, परमेश्वर शेलोटकर द्वारा गाये गए गोपालकला के कीर्तन व अभंग तथा श्री राम की आरती के साथ गोपालकाला व महाप्रसाद कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन गोपाल कडू ने किया.

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