
* प्रक्रिया उद्योग को मिलेगी गति
* 40 फीसद अनुदान का प्रबंध
अमरावती /दि. 4– राज्य सरकार द्वारा समूचे राज्य में ‘एक जिला, एक फसल’ नामक महत्वपूर्ण योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत सभी जिलो की प्रमुख फसलों की पहचान करते हुए उस फसल के उत्पादन को प्रोत्साहन देने का उद्देश्य तय किया गया है. इस योजना के लिए स्थानीय स्तर पर प्रक्रिया उद्योगों को गति मिलती है. साथ ही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होते है. साथ ही साथ किसानों की आय में भी वृद्धि होती है.
प्रत्येक जिले के संतुलित विकास को गति देना यह ‘एक जिला, एक फसल’ योजना का उद्देश्य है. प्रत्येक जिले से एक उपज को चुनते हुए उसका ब्रांड तयार करने और इस हेतु उत्पादकों को प्रोत्साहन देने का काम किया जाता है. अमरावती जिले में फल वर्गीय उपज के तहत संतरा सबसे प्रमुख फसल है और इस समय करीब 83 हजार हेक्टेअर क्षेत्र में संतरा बागान है. जिसमें से 73 हजार हेक्टेअर क्षेत्र फलधारणा क्षम है. जिसके चलते संतरा प्रक्रिया उद्योग की स्थापना हो और इस जरिए संतरा उत्पादकों को उनकी फसल के बेहतरिन दाम मिले इस हेतु कृषि विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. जिले में संतरा उत्पादक कंपनियों के 1282388 हेक्टेअर प्रकल्प मंजूर किए गए है और करीब 12 करोड रुपयों का अनुदान इन प्रकल्पों को मिलनेवाला है. जिसमें से 3 से 4 प्रकल्पों के जरिए 8 हजार मेट्रीक टन संतरे पर प्रक्रिया की जा रही है.
* योजना हेतु अब तक कितनी निधि खर्च
इस योजना के अंतर्गत 22 करोड रुपयों का अनुदान किसान उत्पादक कंपनियों हेतु मंजूर किया गया है. कुछ प्रकल्पों के लिए कुछ प्रमाण में सरकारी अनुदान उपलब्ध कराया जा चुका है. वहीं कुछ प्रकल्प फिलहाल प्रक्रिया में है, ऐसी जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी गई है.
* जिले में संतरे का बुआई क्षेत्र कितना
कृषि विभाग की जानकारी के मुताबिक जिले में संतरा बागान का क्षेत्रफल 82388 हेक्टेअर है. जिसमें से 72646 हेक्टेअर क्षेत्र उत्पादनक्षम है. इसमें से 10005 हेक्टेअर क्षेत्र में मृगबहार व 62641 हेक्टेअर क्षेत्र में आंबियाबहार का बागान क्षेत्र है और इस जरिए 771063 मेट्रीक टन संतरे का उत्पादन लिया जाता है.
* जिले में कितने प्रक्रिया उद्योग
जिले में 12 संतरा उत्पादक कंपनियों के संतरा प्रक्रिया मंजूर किए गए है. इसके अलावा 16 प्रकल्प प्रस्तावित है. मंजूर प्रकल्प को 40 फीसद की मर्यादा में 22 करोड रुपए का अनुदान दिया जाएगा. प्रकल्प की कीमत करीब 38 करोड रुपए के आसपास है.
* योजना का जिले को कितना फायदा हुआ
बांग्लादेश में निर्यात होनेवाले संतरे पर वहां की सरकार ने आयात शुल्क बढा दिया है. जिससे संतरे के निर्यात पर प्रतिबंध लगा है और संतरे के दाम घट गए है. ऐसे समय संतरा प्रक्रिया उद्योग द्वारा क्लिनिंग, ग्रेडींग, वैक्सींग व पैकेजिंग किए जाने के चलते संतरे को कुछ प्रमाण में देशांतर्गत बाजार उपलब्ध हो रहे है.
* राज्य सरकार द्वारा चलाई जानेवाली ‘एक जिला, एक फसल’ योजना अंतर्गत अमरावती जिले में संतरे की फसल का समावेश किया गया है. जिसमें संतरा प्रक्रिया उद्योग हेतु अनुदान दिया जाता है. इसमें से कुछ उद्योग फिलहाल प्रक्रिया के अंतर्गत है.
– वरुण देशमुख
उपसंचालक, कृषि.