सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष में महात्मा फुले का महत्वपूर्ण योगदान
विधायक सुलभा खोडके का कथन
* महात्मा फुले को अभिवादन
अमरावती/दि.12-जिस समय समाज में जातीयव्यवस्था अस्तित्व में थी. सामाजिक विषमता व गुलामी थी, तब यहां के प्रस्थापितों ने बहुजन समाज के लिए शिक्षा के द्वार बंद किए, उन्हें उनके अधिकार से वंचित रखा. उस समय महात्मा ज्योतिबा फुले ने प्रस्थापित समाजव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाकर सामाजिक परिवर्तन के लिए संघर्ष किया. समता व न्याय पर आधारित एक नए मानवतावादी, समतावादी समाज की निर्मिती के लिए क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले ने महान कार्य किया. उनके कार्य और विचार समाज में समता प्रस्थापित करने के लिए हमेशा दिशादर्शक है. सामाजिक परिवर्तन की लडाई में महात्मा फुले का महत्वपूर्ण योगदान है, यह बात विधायक सुलभा खोडके ने कही.
महात्मा जोतीराव फुले जयंती निमित्त आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रही थी. स्थानीय चित्रा चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले के पूर्णाकृति पुतला परिसर में 197 वीं जयंती निमित्त अभिवादन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सुलभा खोडके समेत मान्यवरों ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए अभिवदन किया. उपस्थित सभी ने महात्मा फुले को आदरांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके,यश खोडके, पूर्व महापौर एड. किशोर शेलके, मनपा पूर्व सभापति अविनाश मार्डीकर, पूर्व नगरसेवक प्रशांत डवरे, किशोर भुयार, प्रमोद महल्ले, बंडू निंभोरकर, प्रमोद धनाडे, अशोक हजारे, निलेश नागापुरे,अजय कोलपकर, योगेश सवई, बाला नागे, ऋतुराज राऊत,सारंग देशमुख सहित माली समाज बंधु तथा अनुयायी व कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.