अमरावती

वोटों से ज्यादा सभी का विश्वास मिलना रहा महत्वपूर्ण

जिला वकील संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एड. शोएब खान का कथन

* अपनी जीत को बताया 27 साल की वकालत और सामाजिक कामों के बदले शानदार इनाम
* आगे भी वकील संघ में सभी को साथ लेकर चलने का संकल्प दोहराया
अमरावती/दि.2– जिला वकील संघ अपने आप में एक बहुत बडे और अपनी तरह के अनूठे परिवार की तरह है. जिसमें अलग-अलग पार्श्वभूमि के साथ ही विभिन्न जाति-धर्म व समाज से वास्ता रखनेवाले वकीलों का समावेश होता है. ऐसे में इस तरह के परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी मिलना किसी खुशनसीबी और सम्मान से कम नहीं है. प्रति वर्ष जिला वकील संघ के चुनाव बेहद मित्रवत व्यवहार व माहौल के बीच हुआ करते है. किंतु इस बार इस चुनाव को कुछ अलग ही रंग देने का प्रयास किया गया, लेकिन बुध्दिजिवी एवं प्रोफेशनल वर्ग में शामिल रहनेवाले हमारे वकील सदस्यों ने ऐसे सभी प्रयासों को नाकाम करते हुए मुझे अपना अध्यक्ष चुना. जिसके चलते मेरे लिये खुद को प्राप्त वोटों और अध्यक्ष पद पर मिली जीत की तुलना में खुद पर वकील सदस्यों द्वारा दिखाया गया विश्वास ज्यादा महत्वपूर्ण है और अब यह मेरी सबसे बडी व सबसे पहली प्राथमिकता है कि, मैं इस विश्वास की कसौटी पर खरा उतरूं तथा चुनाव से पहले मैंने जो वादे किये थे, उन सभी वादों को पूरा कर दिखाउं, इस आशय का प्रतिपादन अमरावती जिला वकील संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एड. शोएब खान ने किया.
वकील संघ का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद दैनिक अमरावती मंडल कार्यालय में सदिच्छा भेट देने हेतु पहुंचे एड. शोएब खान ने इस समय दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत भी की. जिसमें उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही एड. शोएब खान ने खुद पर जताये गये विश्वास हेतु वकील संघ के सभी मतदाता सदस्यों के प्रति आभार भी ज्ञापित किया.
* पहली दफा बार एसो. के चुनाव में घोषणापत्र
इस बातचीत के दौरान एड. शोएब खान ने बताया कि, वे विगत 27 वर्षों से अमरावती जिला व सत्र न्यायालय में वकील के तौर पर काम कर रहे है. साथ ही इस दौरान शहर सहित जिले के सामाजिक कामों में भी उन्होंने हमेशा सक्रिय सहभाग लिया. उन्होंने इससे पहले कभी भी बार एसो. के चुनाव में किसी भी पद के लिए अपनी दावेदारी पेश नहीं की थी तथा अपने सहयोगी वकीलों के आग्रह पर पहली बार ही वकील संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव लडा. जिसके तहत उन्होंने बाकायदा अपना घोषणा पत्र भी पेश किया था. जिसमें उन्होंने वकील संघ के सदस्यों के समक्ष अध्यक्ष पद पर मौका मिलने पर किये जानेवाले कामों को ‘मिशन-2022’ के रूप में सबके सामने रखा था. इस घोषणा पत्र में उन्होंने साफ तौर पर उल्लेखीत किया था कि, जिला व सत्र अदालत की नई इमारत में उपहार गृह यानी कैन्टीन की सुविधा शुरू करवायेंगे और चुनाव जीतने के तुरंत बाद उन्होंने कोर्ट की नई बिल्डींग में कैन्टीन की सुविधा शुरू करवायी. इसी तर्ज पर अन्य सभी घोषणाओं और वादों को भी निश्चित तौर पर पूरा किया जायेगा.

* 100 वर्ष के इतिहास में दूसरी बार मुस्लिम वकील को मिला मौका
इस बातचीत के दौरान एड. शोएब खान ने बताया कि, जिला वकील संघ का 100 वर्ष से भी अधिक समय का इतिहास है. जिसमें उनके रूप में मुस्लिम समाज को दूसरी बार अध्यक्ष बनने का मौका हासिल हुआ है. इससे पहले करीब 24 वर्ष पूर्व एड. नुरूल हसन जिला वकील संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. हालांकि इससे पहले एड. नुरूल हसन ने करीब पांच बार बार एसो. के अध्यक्ष पद का चुनाव लडा था. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पडा था. ऐसे में छठवीं बार उनके पक्ष में सहानुभूति की लहर बन गई थी और उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था. ऐसे में पहली बार ही चुनाव का सामना करते हुए बहुमत के आधार पर जिला वकील संघ का अध्यक्ष निर्वाचित होनेवाले मुस्लिम समाज के वे पहले व्यक्ति है.

* विरोधियों की कुछ गतिविधियों से मन हुआ खिन्न
इस साक्षात्कार के दौरान एड. शोएब खान ने बातों ही बातों में कई बार दोहराया कि, जिस तरह राजनीतिक दलों द्वारा किसी भी चुनाव को जातिय व मजहबी रंग दे दिया जाता है. लगभग कुछ ऐसा ही प्रयास पढे-लिखे, बुध्दिजीवी एवं कानून के जानकार रहनेवाले वकीलों के बार एसो. के चुनाव में भी करने की कोशिश हुई. किंतु यह वकील संघ के समझदार वकीलों की समझदारी रही कि, ऐसे प्रयास को नाकाम कर दिया गया. ऐसे में इस समय भले ही उनके मन में अध्यक्ष पद के चुनाव में मिली जीत को लेकर खुशी है. किंतु चुनाव के समय जो कुछ भी हुआ, उसे लेकर उनके मन में काफी हद तक खिन्नता भी है. क्योंकि जिस जिला कोर्ट में उन्होंने अपने जीवन के 27 वर्ष खपाये और इस दौरान जिन लोगों को अपना दोस्त व भाई मानकर कंधे से कंधा लगाते हुए काम किया, उन्होंने महज एक वर्ष के लिए होनेवाले चुनाव को लेकर जो रंग दिखाया, वह हैरत में डालनेवाला है.

* सभी वर्ग के साथी वकीलों ने दिया विरोधियों को माकूल व मुंहतोड जवाब
एड शोएब खान ने बताया कि, उन्होंने तो अपने संगी-साथी वकीलों के कहने पर अध्यक्ष पद हेतु अपनी दावेदारी पेश की थी. लेकिन चुनाव से ठीक तीन दिन पहले जातियता व धार्मिकता को लेकर जिस तरह की राजनीति विरोधियों द्वारा करनी शुरू की गई. वह दु:खदायी थी, लेकिन इसके बावजूद उनके सभी संगी-साथी उनके साथ डटे रहे. एड. शोएब खान के मुुताबिक जिला वकील संघ के चुनाव हेतु कुल 916 सदस्य वकीलों द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जाना था. जिसमें से मुस्लिम समाज से वास्ता रखनेवाले वकीलोें की संख्या महज 97 है. चुनाववाले दिन कुल 803 वकीलों द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया. जिसमें से उन्हें 435 वोट प्राप्त हुए. इसमें से मुस्लिम वकीलों के केवल 75 वोट उन्हें मिले. वहीं शेष 360 वोट अलग-अलग समाजों से वास्ता रखनेवाले वकीलों के थे. ऐसे में विरोधियों द्वारा वकील संघ के चुनाव को जिस तरफ ले जाया जा रहा था, उसका मुंहतोड जवाब हमारे पढे-लिखे व समझदार वकीलों ने ही दे दिया है. अत: अब इस पर कुछ भी कहने का कोई फायदा नहीं है. साथ ही एड. शोएब खान ने यह भी कहा कि, अमरावती जिला वकील संघ के चुनावी नतीजे राज्य सहित देश के लिए एक सबक के तौर पर है, क्योंकि इन दिनों चुनावों में जाति-धर्म व मजहब की राजनीति घुस आयी है, जो पूरी तरह से गलत है. ऐसे में इस शानदार चुनावी नतीजे और जबर्दस्त जवाब के लिए भी वे वकील संघ के सभी मतदाताओं के प्रति बेहद आभारी है.

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