अमरावती

३ साल में बिजली करंट से १५५ लोगों को जान गंवानी पडी

३९ मामलों में महावितरण दोषी पाया गया

  • २१ व्यक्तियों के परिजनो को मुआवजा दिया

परतवाडा/प्रतिनिधि दि.९ -घर में कूलर में पानी डालते समय शाक लगने, हाई वोल्टेज तार से संपर्क, बिजली पोल गिरकर, खुली डीपी को स्पर्श, पानी की मोटर में करंट तथा अन्य कारणों से गत ३ वर्षो में अमरावती जिले में १५५ लोगों को जान गंवानी पडी, ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. बिजली निरीक्षको द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार इसमें ३९ मामलो में महावितरण दोषी पाया गया है. मदद राशि के लिए उसमें से २३ लोगों के क्लेम पात्र ठहराए गये है. २३ में से २१ व्यक्तियों को प्रत्येकी ४ लाख के हिसाब से ७४ लाख ६० हजार रूपये का मुआवजा महावितरण ने मृत व्यक्तियों के परिजनों को सौंपा है. कुछ मामलों मेें अभी तक दस्तावेज नहीं सौंपे जाने से मामले प्रलंबित है. १७ लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है. वर्ष २०१८-१९ में बिजली दुर्घटनाओं में ५७ लोगों की मौत हुई है. उनमें से १३ मामलों में महावितरण दोषी पाया गया.साथ ही २०१९-२० में ५१ में से २१,२०२०-२१ मेें ४७ में से ५ मामलो में महावितरण दोषी पाया गया. ऐसे समय दर्घटनाग्रस्त के रिश्तेदार या वारिसो को महावितरण द्वारा मुआवजा मंजूर किया जाता है. २०२१-२२ में सिर्फ एक दुर्घटना होने की जानकारी महावितरण द्वारा दी गई है.

वर्ष            दुर्घटना में मृत्यु      महावितरण जिम्मेदार
२०१८-१९          ५७                              १३
२०१९-२०          ५१                               २१
२०२०-२१          ४७                              ०५
२०२१-२२           १                                 ०

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