अमरावतीमहाराष्ट्र

33 वर्ष की सेवा में मुझे वसुधैव कुटुंबकम का साक्षात दर्शन हुआ

जिला क्रीडा उप संचालक विजयकुमार संतान ने कहा

अमरावती/ दि. 2– मैंने जिस विभाग में 33 वर्ष सेवा दी. उस विभाग से मैं आज सेवानिवृत्त हो गया. लेकिन तीन दशकों से भी ज्यादा समय तक सेवाएं देते समय मुझे जहां भी काम करने का मौका मिला. सभी लोगों का मुझे बहुत सहयोग मिला है. उस सहयोग को मैं कभी भूल नहीं पाउंगा. वर्ष 2091 से 2024 तक लंबी सेवा में मुझे हर जगह वसुधैव कुटुंबकम का साक्षात दर्शन हुआ है. ऐसा प्रतिपादन जिला क्रीडा उप संचालक विजयकुमार संतान ने व्यक्त किया. वे प्रदीप सेठिया द्बारा संचालित अपने-अपने सेवापूर्ति कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे.
विजयकुमार संतान ने आगे कहा कि मैने अपने लंबे सेवाकाल में राज्य के कई जिलों में काम किया है और सभी जगह मुझे बहुत ही अच्छे लोग मिले. मैं आज जो कुछ भी हूं वह आप लोगों के कारण ही, उन्होंने आगे कहा कि अमरावती से अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों के निर्माण में मेरा पहले भी योगदान रहा है. अब सेवानिवृत्ति के बाद भी मेरा मार्गदर्शन तथा सहयोग विभाग व खेल जगत से जुडी हर संस्था, हर संगठन को मिलता रहेगा.
सेवापूर्ति कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आए जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में मुझे हर्ष और विशद (दु:ख) हो रहा है. हर्ष इसलिए कि विजयकुमार संतान जैसे अधिकारी ने खेल विभाग में इतना अच्छा कार्य किया है कि उससे अमरावती के खेल जगत को बडी उंचाईयां मिली है और दु:ख इस बात का हो रहा है कि हमें इतना अच्छा अधिकारी छोडकर जा रहा हैं. जिलाधिकारी कटियार ने आगे कहा कि अन्य विभागों की अपेक्षा खेल विभाग में काम करनेवाले अधिकारी की जिम्मेदारियां बहुत अलग होती है. उन पर अच्छे खिलाडियों को बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है. जिसे विजयकुमार संतान ने बखूबी निभाया है.
कार्यक्रम के दौरान हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद जिन्होंने भारत के लिए ओलंम्पिक खेल में शिरकत की हैं. उन्होंने कहा कि खेल में त्याग तथा समर्पण होना चाहिए. खेल में जीत हार तो होती ही रहती है. उन्होने खेलों के लिए विजयकुमार संतान की ओर से किए गये कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि संतान भले ही आज सरकारी सेवा से निवृत्त हो गये हो पर खेलों के लिए उनका मार्गदर्शन हमें लगातार मिलता ही रहेगा. संतान जैसे अधिकारी बहुत होते हैं. उन्होंने अपनी लंबी सरकारी सेवा में महाराष्ट्र में जहां जहां काम किया. वहां अपने काम से लोगों के बीच अपनी खास पहचान बनाई है. उन्होंने यह भी कहा कि आज संतान की सेवापूर्ति कार्यक्रम में जिस तरह अमरावती सहित राज्य के अन्य क्षेत्रों के लोगों ने शिरकत की है. उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विजयकुमार संतान के प्रति उनके साथ काम करनेवालों की क्या धारणा है.
उसी प्रकार सेवापूर्ति कार्यक्रम में पूर्व पार्षद सलीम मीरावाले ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डिप्टी ग्राउंड के नाम से विख्यात मैदान को सर्वसुविधायुक्त बनाने के लिए विजयकुमार संतान के प्रयास लगातार जारी रहे. हॉकी के लिए सर्वसुविधायुक्त मैदान के लिए विजयकुमार संतान ने जिस तरह का सहयोग किया है. उसमें हमें बडी प्रसन्नता हो रही है. अगर उस मैदान का उद्घाटन विजयकुमार संतान की सेवा कार्य के वक्त होता तो और भी हर्ष होता.
सेवापूर्ति कार्यक्रम में संत राजेशलाल कंवर, इरफान अथरअली, सलीम मीरावाले, एड. मनीष शिरसाट, रमेश भाटिया, हेमंत दुबे (बैतूल) राहुल आठवले, प्रतिदिन अखबार के संस्थापक संपादक नानक आहूजा, प्रो. दाउत शेख के अलावा नागपुर-वर्धा- नाशिक सहित अन्य विभागीय कार्यालय के पूर्व तथा वर्तमान अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी अनिल भटकर, उपविभागीय अधिकारी जाधव, एड. प्रशांत देशपांडे, प्रा. डॉ. संजय तीरथकर, संतोष महात्मे, सुनील खराटे, सुधीर मोहरे, जयप्रकाश दुबले, संजय महाडिक, विलास इंगोले, चंद्रकांत कांबले, प्रतिभा देशमुख, माणिक ठोसरे, विलास मराठे, प्रमोद चांदुरकर, सचिन सबनिस, वेदांत संतान उपस्थित थे. कार्यक्रम में सभी उपस्थितों का बालकृष्ण महानकर ने आभार माना.

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