8 माह में जिले में 959 जोडों ने करवाया विवाह पंजीकरण
दुय्यम निबंधक कार्यालय की जानकारी
अमरावती/दि.11– जिले के दुय्यम निबंधक कार्यालय के विवाह पंजीकरण विभाग में इस साल 1 जनवरी से अगस्त के अंत तक 959 जोडों ने अपने विवाह का पंजीकरण करवाया हैं. इनमें से कुछ ने अपनी शादियां रजिस्टर करवा ली हैं और विवाह समारोह को भव्य तरीके से निभाया हैं. तो कुछ ने अपनी शादी रजिस्टर करवाकर अपने जीवन की शुरूआत कर दी हैं. पिछले साल 2023 में विवाह पंजीयन कार्यालय में 1 हजार 32 जोडों का विवाह हुआ था और इस साल भी विवाह पंजीयन की संख्या बढने की संभावना हैं.
शादी समारोह में हल्दी, बैंड-बाजा, घोडे पर दुल्हे की बारात, मंग्लाष्ट, अग्निदेवता के सामने सात फेरे ऐसी कुछ रस्मे देखने को मिलती हैं. इस तरह विधीवत विवाह करने वाले अनेकों ने विवाह पंजीयन की ओर मुंह मोडा हैं. लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं. जो विवाह समारोह का खर्च बचाने के लिए विवाह पंजीयन कर अपना संसार बसाते हैं. ऐसे में अनेक लोगों को अब किसी भी सरकारी काम के लिए विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र की आवश्यकता रहने से दस्तावेजों की पूर्ती के लिए अनेक विवाह पंजीयन की ओर युवाओं का रुझान दिखाई दे रहा है.
ऐसे किया जाता हैं पंजीकरण
प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी कार्यालय में विवाह पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई हैं. अमरावती के जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में दुय्यम सहनिबंधक और विवाह पंजीकरण अधिकारी का एक कार्यालय हैं. जहां दुल्हा दुल्हन पंजीकरण प्रक्रिया के माध्यम से विवाह करने आते हैं. दुल्हा और दुल्हन को एक विशिष्ट तरीके से विवाह अधिकारी को एक ऑनलाइन आवेदन भरना होता हैं. जिसे नोटिस के रुप में जाना जाता हैं. नोटिस देने के बाद विवाह अधिकारी इसे विवाह नोटिस बुक में दर्ज करता हैं.
विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक
विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र आवश्यक हैं. यह पासपोर्ट, विजा, वर्क परमिट, दिर्घ कालीन निवास विजा के लिए विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक हैं. साथ ही नये उपनाम के तहत बैंक में खाता खोलने के लिए भी यह प्रमाण पत्र आवश्यक हैं. विवाह प्रमाण पत्र सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता हैं और विवाहित महिलाओं में आत्मविश्वास बढाता हैं. विवाह प्रमाण पत्र सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए पात्रता प्रदान करता हैं. अदालते, तालाक, कानूनी अलगाव, गुजारा भत्ता, तथा बच्चे की हिरासत के मामलों में भी विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक हैं.
ऑनलाइन सुविधा से बढा विवाह पंजीयन का चलन
विवाह पंजीकरण के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया उपलब्ध करवाए जाने पर विवाह पंजीयन का चलन बढा हैं. बहुत से लोग ऑनलाइन आवेदन करते हैं. इसके अनुसार नोटिसों की संख्या में वृध्दि हुई हैं. अब डिजीटल सिग्नेचर भी शुरू हो गए हैं. ऑनलाइन सुविधा के चलते पंजीयन की प्रक्रिया विदेश जाने वालों के लिए विजा और पासपोर्ट प्राप्त करना भी आसान हो गया हैं.
सुनिता वाडेवाले, सह दुय्यम निबंधक व विवाह पंजीयन अधिकारी अमरावती.