* ग्रामवासियों ने दी अंतिम बिदाई
* पांढरी-महेंद्री के पास ट्रक ने उडाई थी मोटरसाइकिल
वरुड/ दि.12 – दिनभर लोगों का भविष्य बताकर अपने परिवार का भरनपोषण करने वाले को उनके लिए काल आया है, यही नहीं पता चल पाया. कल शुक्रवार की सुबह 7 बजे मोटरसाइकिल व्दारा अमडापुर से एकसाथ खुशी-खुशी पांढुर्णा की दिशा में निकले थे. पंढरी महेंद्री के पास काल बनकर आये ट्रक ने उनकी मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मारी. इस हादसे में तीनों की मौत हो गई. तीनों की लाश गांव पहुंचते ही परिवार के सदस्यों ने बिलख-बिलखकर रोना शुरु कर दिया. दोपहर 4.30 बजे तीनों की एकसाथ अंत्ययात्रा निकाली गई. गांववासियों ने उन तीनों को अंतिम बिदाई दी.
भविष्य, हस्तरेखा देखकर लोगों का भविष्य बताते थे. इसके बदले में मिलने वाली आमदानी से घर के परिवार का गुजारा चलता था, ऐसा व्यवसाय करने वाले कई लोगों का परिवार अमडापुर में रहता है. इन्हीं में से किसन शिवनाथ लंगापुरे (45), मनोहर रामराव लंगापुरे (40), राजेश रामदास शिंदे (40) यह तीनों सडक हादसे में मरने वाले युवकों के नाम है. हाल ही में नई खरीदी मोटरसाइकिल वे तीनों शुक्रवार की सुबह 7 बजे निकले थे. इस दौरान पांढुर्णा रोड पांढरी-महेंद्री के पास सडक दुर्घटना हुई. पलभर में सबकुछ खत्म हो गया. दोपहर 2 बजे तीनों की लाश गांव में पहुंची. शोकाकुल वातावरण में तीनों की एकसाथ अंत्ययात्रा निकाली गई. राजेश शिंदे के पीछे पत्नी, तीन बेटी, एक बेटा है. दो बेटी विवाहित है. मनोहर लंगापुरे के पीछे पत्नी, तीन बेटे, दो बेटी और किसन लगांपुरे के पीछे पत्नी, 3 वर्ष की जुडवा बेटी है. सडक दुर्घटना में मरने वाले तीनों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ऐसी मांग की जा रही है.