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तुषार चव्हान का इन कैमरा पोस्टमार्टम

शाम तक आ सकती है पीएम रिपोर्ट

* मामला विष प्राशन करने वाले युवक की मृत्यु का
* पीएम करते समय पुलिस व डॉक्टर्स से हुज्जत
अमरावती/दि.24 – बेलपुरा के युवक तुषार रमेशसिंह चव्हान (23) की मृत्यु के मामले में प्रसिद्ध निजी अस्पताल ने स्पष्ट कर दिया कि, काफी प्रमाण में कीटनाशक लेने के कारण अस्पताल लाते समय ही वह न केवल अचेतावस्था में था, बल्कि कोमा में चला गया था. उसके बचने की नहीं के बराबर उम्मीद के बारे में परिजनों को बता दिया गया था. इस बीच आज जिला अस्पताल के मर्च्युरी के सामने परिजनों और समर्थकों ने बखेडा किया. तुषार का इन कैमरा पोस्टमार्टम करने की मांग सहित उनके पक्ष के 4 लोगों की मौजूदगी में करने की मांग रखी थी. इस मांग के कारण पुलिस और डॉक्टर्स से परिजनों की हुज्जत भी होने का समाचार है. इस बीच समाचार लिखे जाने तक राजापेठ पुलिस ने मर्ग दाखिल किया था. उसी प्रकार चर्चा थी कि, युवक के परिजन किसी लडकी के विरुद्ध भी थाने मेें शिकायत करने पहुंचे थे. दोपहर को मिली ताजा जानकारी के अनुसार तुषार चव्हान का हिंदू स्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. बडी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे.
* प्रेम प्रकरण में किया विष प्राशन!
उल्लेखनीय है कि, तुषार चव्हान ने शनिवार को प्रेम प्रकरण के चलते कीटनाशक का सेवन कर लिया. बताया गया कि, एक लडकी से कथित रुप से 7 वर्षों से तुषार का प्रेम प्रकरण चल रहा था. परिजनों ने आनन-फानन में उसे राजापेठ क्षेत्र के प्रसिद्ध अस्पताल में दाखिल किया. उसे बचाने का डॉक्टर्स द्वारा भरसक प्रयत्न किया गया. किंतु रविवार रात उसकी मृत्यु हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा किया. तोडफोड की भी कोशिश की गई. मामले के कारण वहां हालात व्यग्रतापूर्ण हो गये थे. राजापेठ पुलिस तुरंत दंगा नियंत्रण पथक लेकर अस्पताल पर पहुंची.
* शवागार के बाहर भीड, जांच की मांग
तुषार चव्हान का शव परीक्षण आज दोपहर किया जाना था. जिसके बारे में खबर लगते ही बडी संख्या में परिजन और बेलपुरावासी पहुंचे थे. शक्तिपीठ के पीठाधीश शक्ति महाराज भी वहां आये. उन्होंने जांच की मांग उपस्थित की. महाराज ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन से तुषार का पोस्टमार्टम इन कैमरा करने की डिमांड रखी. यह मांग भी की गई कि, दोनों ओर के चिकित्सक मौजूद रहेंगे. परिजनों की पुलिस तथा चिकित्सकों से हुज्जत के समाचार है. फिर भी तुषार का इन कैमरा पोस्टमार्टम किया गया. इस समय परिजनों की शर्त के अनुसार डॉक्टर्स के साथ कुछ लोग पीएम दौरान मौजूद रहे. अन्यथा शव स्वीकार नहीं करने की चेतावनी लोगों और परिजनों ने दी थी. दोपहरबाद तुषार का अंतिम संस्कार किया गया. उसी प्रकार बताया गया कि, उसकी शव परीक्षण रिपोर्ट शाम तक प्राप्त हो सकती है.

* कोमा में चला गया, परिजनों को दी थी कल्पना
तुषार का उपचार कर उसे बचाने का भरसक प्रयत्न करने वाले डॉ. सिकंदर आडवानी से अमरावती मंडल को बताया कि, बहुत मात्रा में पॉइजन ले लेने के कारण उसकी हालत शुरु से ही खतरे में थी. बचने की गुंजाइश न समान थी. इसकी पूरी जानकारी परिजनों को तुरंत दे दी गई थी. ऐसे मरीज 48 से 72 घंटे तक ही जीवित रह पाते हैं. जो हो सकता था, वह सब इलाज किया गया. पेशंट कोमा में चला गया था. डॉ. आडवानी ने यह भी कहा कि, अस्पताल लाते समय ही तुषार की आंखें बंद थी, वह पूरी तरह अचेत था. उसे आईसीयू में वैंटीलेटर पर रखा गया था. उन्होंने कहा कि, युवा रहने से परिजनों के इमोशन्स को वे भी समझते हैं. सम्मान करते हैं. तथापि डॉक्टर्स की ओर से कोई कोताही नहीं बरती गई.

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