अमरावती

जिले में कई स्थानों पर ‘ढग फूटी’ सदृश्य हालात

नांदगांव, चांदूर व धामणगांव में हुई अतिवृष्टि

अप्पर वर्धा सहित वरूड बगाजी व शहानूर बांध के दरवाजे खुले
कई नदी-नालों में आयी बाढ, घरों व खेतों में घुसा बाढ का पानी
कई गांवों का आपसी संपर्क टूटा, कई घरों का हुआ नुकसान
अमरावती-/दि.13  जिले में विगत दो दिनों से चहुंओर मूसलाधार बारिश होती रही. जिसके तहत नांदगांव खंडेश्वर, चांदूर रेल्वे व धामणगांव रेल्वे इन तीन तहसील क्षेत्रों में बादल फटकर अतिवृष्टि होने जैसे हालात रहे. इसके अलावा जिले के अन्य तहसील क्षेत्रों में भी लगातार होती बारिश की वजह से चहुंओर जलजमाववाली स्थिति बनी. आसमान से लगातार बरसते पानी की वजह से जिले के सभी बांधों में जलस्तर बडी तेजी से उंचा उठा. जिसके चलते अप्परवर्धा बांध सहित वरूड बगाजी व शहानूर बांध के दरवाजों को खोलकर जलनिकासी करनी पडी. ऐसे में पहले ही उफान पर रहनेवाले नदी-नालों में और भी तेज बाढ आ गयी. जिसके चलते नदी-नालों के किनारे रहनेवाले रिहायशी इलाकों व खेत-खलिहानोें में बाढ का पानी जा घुसा. इससे जहां कई घरों व खेतों का काफी नुकसान हुआ है, वही चारों ओर से बाढ के पानी में घिर जाने के चलते कई गांवोें का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है. ऐसे में जिला आपत्ति व्यवस्थापन पथक की अलग-अलग टीमों द्वारा बाढ के पानी में घिरे लोगों को वहां से सकुशल निकालते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम युध्दस्तर पर शुरू किया गया.

चांदूर रेल्वे तहसील में 100 घरों का नुकसान
500 हेक्टेयर जमीन पानी में डूबी, नदियों में आयी बाढ
चांदूर रेल्वे तहसील में रविवार व सोमवार को लगातार हुई मूसलाधार बारिश की वजह से कई नदी-नालों में बाढ आयी हुई है. जिसके चलते तहसील में विभिन्न स्थानों पर करीब 100 घरों का आंशिक नुकसान हुआ है. साथ ही 500 हेक्टेयर भूमि पानी में डूबी हुई है. इसके साथ ही कवठा कडू में एक बकरी पानी में बह गई है. तहसील क्षेत्र में रविवार से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के चलते सभी नदी-नाले और तालाब ओवरफ्लो हो गये है. साथ ही हर ओर जलजमाववाली स्थिति है. इसके अलावा नदी-नालों पर बने पूल के उपर से बाढ का पानी बह रहा है. ऐसे में वाहनों की आवाजाही भी बडे पैमाने पर प्रभावित हुई है. साथ ही साथ क्षेत्र के कई गांवों में बाढ का पानी घुस जाने के चलते लोगों के घरों में रखे जीवनोपयोगी साजो-सामान की अच्छी-खासी बर्बादी हुई है. इसके साथ ही बाढ व बारिश के पानी की वजह से खेतों में भी जलजमाववाली स्थिति है. जिससे खेतों में खडी फसलें बर्बाद हो गई है. दहीगांव धावडे खेत परिसर में स्थित कच्चा बांध रविवार की रात फूट गया और बांध का पानी आसपास स्थित आठ से दस किसानों के करीब 20 एकड खेतों में जा घूसा. पानी के तेज बहाव की वजह से इन खेतोें में खडी कपास की फसल पूरी तरह से बह गई.

धामणगांव में चहुुंओर झमाझम
धामणगांव रेल्वे तहसील क्षेत्र में भी रविवार की दोपहर से चहुंओर झमाझम बारिश शुरू हुई और देखते ही देखते हर ओर जलजमाव व बाढ सदृश्य स्थिति बन गई. कई नदी-नालों में आयी बाढ का पानी लोगों के घरों व खेत-खलिहानोें में जा घुसा. जिससे जीवनोपयोगी साहित्य के साथ-साथ खेती-किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. तहसील के अंजनसिंगी व जुना धामणगांव राजस्व मंडल में चार दिन पहले ही बादल फटने की तरह अतिवृष्टि हुई थी. जिससे खेती-किसानी का अच्छा-खासा नुकसान हुआ था. वही अब विगत दो दिनों के दौरान हुई बारिश ने नुकसान की रही-सही कसर को भी पूरा कर दिया.
तहसील में रविवार की सुबह से ही आसमान पर काले-घने बादल छाये हुए थे और दोपहर 1 बजे के आसपास आसमानी गाज की तेज गडगडाहट के बीच धूआंधार बारिश शुरू हुई. जिसके चलते सभी छोटे-बडे नदी-नालों में बाढ आ गई. साथ ही सभी रिहायशी इलाकों में हर ओर जलजमाववाली स्थिति बन गई. लगातार होती बारिश और नदी-नालों में आयी बाढ की वजह से सडकों और पूलों पर भी पानी जमा हो गया. जिसके चलते वाहनों की आवाजाही भी बुरी तरह से प्रभावित हुई. जुना धामणगांव तथा विरूल रोंघे इन दो गांवों के कई घरों में बाढ व बारिश का पानी जा घुसा. जिसके चलते बाढ के पानी से घिरे लोगों को आपत्ति व्यवस्थापन पथक द्वारा तुरंत ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.

नांदगांव में सैंकडों हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद
नदी किनारेवाले खेतों व गांवों में घुसा बाढ का पानी
रविवार की सुबह से शुरू हुई मूसलाधार बारिश की वजह से तहसील क्षेत्र से होकर बहनेवाले सभी नदी-नाले ओवरफ्लो होकर बहने लगे. जिसके चलते नदी-नालों के किनारे रहनेवाले खेतों और रिहायशी इलाकों में बाढ का पानी जा घुसा. जिसकी वजह जहां आम जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ, वही सैंकडों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें पानी के नीचे डूब गई. तहसील से होकर गुजरनेवाली बेंबला नदी में इस समय भारी बाढ आयी हुई है और बेंबला नदी के किनारे रहनेवाले सभी गांव और खेत पुरी तरह से जलमग्न है. इसके अलावा जावरा मोलवण में बेंबला नदी पर बने पूल के उपर से बाढ का पानी बह रहा है. ऐसे में इस पूरे इलाके का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है. वही तहसील क्षेत्र के कई गांवों में घरों का अंशत: व पूर्णत: नुकसान हुआ है. इसके तहत धामक गांव निवासी विठ्ठलदास लष्करे के घर की दीवार रविवार की रात करीब 2.30 बजे के आसपास तेज बारिश की वजह से ढह गई. सौभाग्य से लष्करे परिवार समय रहते अपने घर से बाहर निकलने में सफल हो गया था. अन्यथा बडा हादसा घटित हो सकता था. वही तहसील के जावरा मोलवन, पलसमंडल, खंडाला, धर्मापुर व मुंडवाडा इन गांवों में भी चहुंओर जलजमाववाली स्थिति है.

वरूड बगाजी के 31 दरवाजे खुले
लगातार हो रही बारिश और नदी-नालों में आयी बाढ की वजह से निम्न वर्धा प्रकल्प के वरूड बगाजी बांध में जलस्तर तेजी से बढ रहा है. जिसे ध्यान में रखते हुए बांध के सभी 31 दरवाजों को 30 सेमी तक खोलते हुए प्रति सेकंड 853.59 घनमीटर पानी की निकासी की जा रही है. साथ ही वर्धा के किनारे बसे रिहायशी इलाकों को पहले ही सतर्क कर दिया गया है. ऐसे में इस समय वर्धा नदी के साथ-साथ इससे जुडे सभी छोटी नदियों व नालों में बाढ आयी हुई है.
बॉक्स, फोटो
कहां कितनी बारिश (मिमी)
अमरावती – 42.0
चांदूर रेल्वे – 106.7
धामणगांव रेल्वे – 99.7
नांदगांव खंडेश्वर – 79.1
धारणी – 27.1
चिखलदरा – 39.0
भातकुली – 37.7
तिवसा – 53.4
मोर्शी – 41.7
वरूड – 56.9
दर्यापुर – 45.7
अंजनगांव सूर्जी – 62.1
अचलपुर – 35.3

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