एक साल में रोजगार ड्राइव से मिली ढाई हजार युवाओं को नौकरी
रोजगार व उद्योजकता केंद्र के जरिए पंजीकृत बेरोजगारों के लिए अनेकों अवसर
अमरावती /दि.21- जिला रोजगार व उद्योजकता केंद्र द्बारा बेरोजगार युवा को निजी नौकरी के अनेकों अवसर उपलब्ध कराए जाते है. इस केंद्र में पंजीकृत रहने वाले बेरोजगारों के लिए समय समय पर रोजगार सम्मेलन भी आयोजित किए जाते है. इस एम्प्लॉयमेंट एण्ड प्लेसमेंट ड्राइव के जरिए वर्ष 2022-23 में जिले के करीब ढाई हजार बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हुआ है.
बता दें कि, जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता केंद्र द्बारा कौशल्य, रोजगार, उद्योजकता व नाविन्यता इन चार क्षेत्रों में काम किया जाता है. इन केंद्रों के माध्यम से स्वयं रोजगार अथवा नौकरी करने के इच्छूक रहने वाले युवाओं के लिए अनेकों अवसर उपलब्ध कराए जाते है तथा उनके लिए रोजगार सम्मेलन जैसे आयोजन अक्सर ही आयोजित किए जाते है. इसके तहत प्रत्येक महिने के तीसरे मंगलवार को रोजगार सम्मेलन यानि प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन होता है. जिनमें विगत एक वर्ष के दौरान 6 हजार से अधिक बेरोजगारों ने सहभाग लिया. जिसमें से ढाई हजार से अधिक बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त हुआ.
* जिले में 3 हजार 83 हजार पंजीकृत बेरोजगार
जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता केंद्र में अब तक 3 लाखव 83 हजार 388 बेरोजगार युवक-युवतियों द्बारा अपना पंजीयन कराया गया है.
* साल भर में हुए 17 ड्राइव
जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता केंद्र के जरिए विगत एक वर्ष के दौरान 17 रोजगार सम्मेलन आयोजित किए गए.
* ढाई हजार युवाओं को मिला रोजगार
वर्ष 2022-23 में आयोजित 17 रोजगार सम्मेलनों में करीब 6 हजार युवाओं ने सहभाग लिया. जिसमें से ढाई हजार युवाओं को रोजगार मिला.
* नये पंजीयन को बेरोजगारों ने दिखाई पीठ
बेरोजगारों युवाओं द्बारा रोजगार उद्योजकता केंद्र में ऑनलाइन पंजीयन भी किया जा सकता है. परंतु कई बेरोजगार युवा इसकी अनदेखी करते है.
* बायोडाटा अपडेट करना भी जरुरी
बेरोजगार युवाओं द्बारा रोजगार उद्योजकता केंद्र में ऑनलाइन पंजीयन करने के पश्चात हासिल की गई शैक्षणिक अहर्ता के अनुसार अपना बायोडाटा भी समय-समय पर अपडेट करना जरुरी होती है.
* जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता केंद्र द्बारा नौकरी करने के इच्छूक युवाओं को निजी नौकरी के अवसर उपलब्ध करवाते जाते है. इसके लिए बेरोजगार युवाओं द्बारा अपना पंजीयन कराया जाना बेहद जरुरी होता है.
– प्रांजलि बारस्कर,
सहायक आयुक्त