प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं को भुले नेता
जिले सहित राष्ट्रीय स्तर के कारसेवकों को किया गया नजर अंदाज
कारसेवक ह.भ.प. बाबासाहेब राणे ने किया पत्रवार्ता में दुख व्यक्त
अमरावती/दि.22-बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए कार सेवा में आगे आए राष्ट्रीय स्तर के बडे नेताओं सहित जिले के कई वरिष्ठ कारसेवकों को मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तथा जिले में हो रहे विभिन्न कार्यक्रमों ेेके दौरान नजर अंदाज कर खुद को प्रमोट किया गया. जिसका हमें दुख है. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरसंघ संचालक मोहन भागवत व अन्य धर्माचार्यो ने राष्ट्रीय वरिष्ठ कारसेवकों के नाम एक पत्रपरिषद लेकर जाहिर करने की मांग जिले के वरिष्ठ कारसेवक हभप बाबासाहेब राणे के पुत्र गोपाल राणे ने एक पत्रवार्ता में की है. पत्रवार्ता में हभप बालासाहेब राणे, पत्नी शांताबाई राणे, गोपाल राणे उपस्थित थे.
स्थानीय वॉलकट कम्पाऊंड स्थित जिला मराठी पत्रकार संघ भवन में मंगलवार को आयोजित पत्रवार्ता के दौरान रावसाहेब राणे के पुत्र गोपाल राणे ने अपने पिता की ओर से बोलते हुए कहा कि कल अयोध्या में मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मगर मंदिर बनाने के संघर्ष में जिन लोगों ने अपनी जान लगा दी. ऐसे वरिष्ठ कारसेवक लालकृष्ण आडवानी, साध्वी ऋतंभरा, उमा भारती, अशोक सिंघल, मुरली मनोहर जोशी जैसे कार्यकर्ताओं का कही नाम उल्लेख ही नहीं है. इसका मुझे दुख है. वही हभप बाबासाहेब राणे ने केंद्रियमंत्री नितीन गडकरी के मामा राहटगांवकर, गुप्ता, वामनराव कुकडे, श्रीराम उमेकर जैसे जिले के वरिष्ठ कारसेवकों के साथ मिल कर मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष किया था. मगर जिले के नेताओं ने भी जिले के वरिष्ठ कारसेवकों को भी नजरअंदाज कर दिया. इस बात का भी उन्हें दुख है. पत्रवार्ता के दौरान राणे ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. वह शुरू से ही आरएसएस के विचार धारा व धार्मिक प्रवृती के है और मंदिर निर्माण संघर्ष में हमेशा आगे रहे है. किंतु कल हुए कार्यक्रम में वरिष्ठ कारसेवकों को नजर अंदाज किए जाने से वह दुखी है. उनकी मांग है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरसंघ संचालक मोहन भागवत व धर्माचार्यो व्दारा एक प्रेस कॉफ्रेंस लेकर मंदिर निर्माण में अपना योगदान देने वाले इन सभी वरिष्ठ कारसेवकों का नाम जाहिर करें.