धनगरों को आदिवासी आरक्षण देने के विरोध में व विभिन्न मांगो को लेकर
ऑल इंडिया एम्प्लाईज फेडेरेशन नागपूर की अमरावती शाखा ने निकाला मोर्चा
अमरावती/दि.19– अनुसूचित जमाती (आदिवासी) महाराष्ट्र के सही आदिवासियों की सुची में अन्य संविधानिक आरक्षण सूची में धनगर जाती व किसी भी अन्य जाती का समावेश न करने सहित कई मांगो को लेकर आज शुक्रवार को ऑल इंडिया एम्प्लाईज फेडेरेशन नागपूर की अमरावती शाखा की ओर से मोर्चा निकाला गया. मोर्चे में आदिवासी समाज के कई संगठनों सहित हजारों की संख्या में आदिवासी समाज बंधु, महिला-पुरुष, बुजुर्ग, युवा उपस्थित थे. मोर्चे में कई तरह के नारे लगाकर आदिवासी बंधुओं ने अपनी एकता का सबुत देते हुए सरकार के समक्ष अपनी मांगे रखने का प्रयास किया.
स्थानीय नेहरु मैदान से शुक्रवार को निकाला गया मोर्चा शहर के विभिन्नि चौराहों का भ्रमण करता हुआ जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा. यहां हजारों की संख्या में मौजुद आदिवासी बंधुओं ने सरकार के समक्ष आदिवासी जाती की सुची में धनगर समाज व अन्य जाती का समावेश न करने, टाटा इंन्स्टियूट ऑफ सोशल साईंस मुंबई संस्था व्दारा धनगर जाती के संदर्भ में सर्वे का अहवाल उच्च न्यायालय के सामने प्रस्तुत करने, महाराष्ट्र की जनता के लिए आवाहल प्रस्तुत करने, नकली जाती प्रमाण पत्र बता कर सरकारी नौकरी में जाने वालों का जाती प्रमाण पत्र रद्द करने, महाराष्ट्र सरकार व्दारा कंत्राटी पद भर्ती रद्द करने आदि मांगो को प्रदेश के राज्य पाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, विरोधी पक्ष नेता, आदिवासी विकास मंत्री, अनुसूचित जातीजमाती आयोग, जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटील के समक्ष रखी. मोर्चे का नेतृत्व ऑ.इं.आ.ए.फेडरेशन म.रा.मुंबई के राज्य सचिव विठ्ठल मरापे, विधायक राजमकुमार पटेल, पूर्व महापौर वंदना कंगाले, पूर्व विधायक केवलराम काले, पूर्व समाजकल्याण सभापती दयाराम काले, अ.भा आ.विकास परिषद अध्यक्ष राम चव्हाण, ऑ.इं. आ.इ.फेडरेशन के अरुण बेठेकर, पूर्व जिप सदस्य दिनेश टेकाम, गोंडवाना सवतंत्र पार्टी जिलाध्यक्ष मनोहर धुर्वे, फासेपारधी समाज संगठन के मतीन भोसले, आदिवासी युवाक्रांती दल अध्यक्ष रामेश्वर युवनाते, ऑ.इं.आ. ए. फेडरेशन विभागीय अध्यक्ष राजु सलामे ने किया. इस समय संतोष वलके, अग्निलाल मावसकर, हेमराज राऊत, विठ्ठलराव तुमडाम, नामदेवराव पेंदाम, दशरथ गायकी, दिलीप जावरकर, जयराम धुर्वे, विजय सलामे, सर्वेष कवडे, प्रफुल्ल गावड, राजेन्द्र शेडमाके, रविन्द्र महाजन, महेन्द्र सलामे,प्रेमलाल भिलावेकर, मनोहर घरत, विजय सलामे, सर्वेष कवडे, प्रफुल्ल गावड, राजेन्द्र शेडमाके, सुशिल पटेल, पंकज व्हेराटे, डॉ. विठ्ठल खानंदे, महानंदा टेकाम, मन्ना दानसिबे, श्रीकृष्ण परतेकी, मनीष धुर्वे, रजनिकांत सरकुडे, भिमराव युवने, डॉ. उमेश मडावी, डॉ. संजय मडावी,मनोहर उईके, संजय कुमरे, राजु कराले, उत्तम मोरोपे, जगदीश कुमरे, राजकुमार भोपले, दिपक राठोड, निकेश सलामे, राजेन्द्र कुमरे, प्रविण सोलंके, विनोद मसराम, राजेन्द्र कुमरे, बाबाराव परतेती, चेतन सयाम, हर्षाली अत्रे, सुंदरराव उईके, रितेस खुलसाम, डॉ. नरेन्द्र सोलंके, दादाराव सलामे, शंकर धुर्वे, भुरेलाल बेठेकर, शेषराव कुमरे, रविकुमार उईके सहित हजारो की संख्या में आदिवासी समाज बंधु मौजुद थे.