कोरोना नियंत्रण होने के बावजूद भी नहीं मिली प्रत्यारोपण की अनुमति
किडनी प्रत्यारोपण के चार मामले अधर में
अमरावती / दि.9– अमरावती जिला भले ही अवयवदान के मामले में आगे है. देशभर में अवयवदान कर मरीजों की जान बचाने के लिए जिले का नाम भले ही पहले स्थान पर आता हो, बावजूद इसके शहर में चार मरीज गत एक साल से किडनी प्रत्यारोपण के लिए अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे है. जबकि इससे पहले अमरावती जिले में कुल छह मरीजों की कीडनी का प्रत्यारोपण कर उनकी जान बचायी जा चुकी है. प्रत्यारोपण के इन छह मामलों में चार प्रत्यारोपण सुपरस्पेशालिटी अस्पताल में किए गए थे जबकी दो प्रत्यारोपण शहर के निजी अस्पताल में किए गए थे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन चार प्रत्यारोपण के मामलों को अनुमति नहीं मिल पायी है इनके आवेदन से पहले सभी जरुरी प्रक्रियाओं को पूरा किया जा चुका है. स्थानीय स्तर पर जांच प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात इसे केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के पास भेजा गया. किंतु केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग व्दारा अब तक इस मामले में किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. जबकि इसके पहले प्रत्यारोपण के किसी भी मामले की अनुमति तीन माह के भ्ीातर ही प्राप्त हो जाया करती थी. विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल की ओर से कोरोना के चलते अनुमति नहीं मिल पाने की बात कही जा रही है.
प्रत्यारोपण के इन चारों ही मामलों में मरीज को किडनी देने वाले नजदीकी रिश्तेदार बताए गए है. प्रत्यारोपण की प्रक्रिया न होने के कारण इन मरीजों को निरंतर डायलसिस व अन्य उपचार प्रक्रियाओं का सहारा लेना पड रहा है. अमरावती मे किडनी प्रत्यारोपण की अंतिम प्रक्रिया साल 2020 में पूरी की गई थी. इसके बाद से किसी भी मरीज का प्रत्यारोपण नहीं हो पाया है.
केंद्र सरकार व्दारा दी जाती है अनुमति
किडनी प्रत्यारोपण के किसी भी मामले में केंद्र सरकार अनुमति प्रदान करती है. स्थानीय स्तर पर प्रक्रियाएं पूरी होने के बावजूद केंद्र सरकार से अनुमति के लिए इंतजार करना पडता है. प्रत्यारोपण के लिए केंद्र सरकार व्दारा ही अनुमति दी जाती है.
– डॉ.श्यामसुदंर निकम, जिला शल्य चिकित्सक