शिवाजी साइंस कॉलेज लोकांकिका स्पर्धा की अंतिम फेरी में
अमरावती/दि.2– अमरावती के प्रतिष्ठित शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय की एकांकी ’रुधिर मुलम’ ने लोकांकिका स्पर्धा के विभागीय अंतिम चरण में प्रवेश किया है. इस गहराई से छू जाने वाली और रोमांचक नाटक ’रुधिरमुलम्’ का चयन महाराष्ट्र के प्रतिष्ठित ’लोकांकिका करंडक’ के नागपुर केंद्र के विभागीय अंतिम दौर के लिए हुआ है. यह नाटक 7 दिसंबर को नागपुर में प्रस्तुत किया जाएगा.
सुश्रुत संहिता के श्लोक ’देहस्य रुधिरं मूलं रुधिरेणैव धार्यते. तस्मात् यत्नेन संरक्ष्यं रक्तं जीव इति स्थिति:’ के आधार पर, इस नाटक में रक्तदान के महत्व, धार्मिक संघर्ष, पारिवारिक आत्मीयता, और अवयव दान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई है. इसके माध्यम से ’रक्तदान ही जीवनदान है’ यह संदेश दिया गया है. इस नाटक का प्रदर्शन डॉ. चंद्रकांत शिंदे की लेखनी से किया गया है. छात्रों ने इसे बहुत ही भावनात्मक और रोमांचक तरीके से प्रस्तुत किया है, जिसमें शानदार लेखन, प्रभावशाली अभिनय और सामूहिक प्रस्तुति की उच्चता दिखाई देती है. इसका प्रारंभिक प्रदर्शन 30 नवंबर, 2023 को नागपुर के विनोबा भावे सभागार में हुआ था.
महत्वपूर्ण भूमिकाओं में, राघव की भूमिका स्वराज गणेश राठोड, सुलेमान की रोमांचक भूमिका में प्रियांशु श्रीकांत गावंडे, और सकीना की भूमिका में भूमिका रवींद्र इंगोले ने निभाई है. इसके अलावा, रुद्राणी कृष्णकांत बारब्दे, शरयू बाबुराव गावंडे, विश्वास प्रवीण चव्हाण, नितीन धर्मेंद्र चक्रे, कौशल प्रमोद खान्देतोड, सायली संजय इंगळे आदि ने भी उत्कृष्ट अभिनय किया है. संगीत, रंगभूषा, नेपथ्य और वेशभूषा में ऋतुजा पट्टेबहादूर, समृद्धी माहोरे, जिया डहाके, अक्षय मुळे आदि विद्यार्थियों का भी अतुलनीय योगदान रहा है. कलारसिकों के साथ-साथ निर्णायकों का भी दिल जीतकर, इस एकांकी ने विभागीय अंतिम चरण में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी व्ही कोरपे, सांस्कृतिक समिति के सदस्य डॉ. दिनेश खेडकर, डॉ. मनीष गायकवाड, डॉ. वंदना खोब्रागडे, और श्री अविनाश दारसिम्बे के मार्गदर्शन में छात्रों के इस प्रयास की सभी ओर प्रशंसा हो रही है.