अमरावती

ग्रामजयंती महोत्सव में उमडी गुरुदेव भक्तों की भीड

गुरुकुंज में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन

* वृद्ध किसानों का गौरव, राष्ट्रवंदना से समारोप
अमरावती/दि.2 – वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की कर्मभूमि गुरुकुंज मोझरी में तुकडोजी महाराज का जन्मोत्सव ग्रामजयंती महोत्सव के रुप में मनाया गया. अपने खंजीरी के माध्यम से अखिल विश्व को मानवता व सर्वधर्म समभाव का संदेश देने वाले राष्ट्रसंत के जन्मोत्सव समारोह में गुरुदेव भक्तों की भारी भीड उमडी थी. महासमाधी परिसर में सुबह 5 बजे ब्रह्म मुहूर्त पर सैकडों गुरुदेव भक्तों की उपस्थिति में सामूदायिक ध्यान का आयोजन किया गया. ग्रामजयंती के शुभ पर्व पर वंदनीय राष्ट्रसंत के कर्मभूमिक में ग्रामस्थों ने सुबह ग्राम स्वच्छता की. आकर्षक रुप से पूरे शहर को सजाकर घरो ंके सामने रंगोलियां निकाली गई. महासमाधि परिसर में भी आकर्षक रोशनाई की गई थी. विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों की श्रृंखला से ग्रामजयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया.
सुबह 5 बजे सामूहीक ध्यान, प्रार्थना से ग्रामजयंती महोत्सव की शुरुआत हुई. महाराज के जन्मोत्सव पर्व पर उनके कार्यों पर प्रकाश डाला गया. पश्चात सामूदायिक ध्यान प्रार्थना व महाआरती की गई. इस अवसर पर विभा वाडेकर ने सामूहीक ध्यान पर चिंतन व्यक्त किया. विगत 3 दिनों से जारी इस ग्रामजयंती महोत्सव का भक्ति संगीत कार्यक्रम व राष्ट्रवंदना से समापन किया गया. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का किसानों पर विशेष प्रेम था. इसलिए ग्रामजयंती पर्व पर श्री गुरुदेव सेवा मंडल द्बारा वृद्ध किसानों का शाल व श्रीफल प्रदान कर गौरव किया गया. कार्यक्रम की यशस्वीता के लिए ग्रामजयंती महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ. श्रीकृष्ण दलवी, उद्धव वानखडे, श्रीगुरुदेव सेवा महिला मंडल व गुरुदेव भक्तों ने महत प्रयास किये.

* जन्मभूमि यावली शहीद में भी उमडे हजारों अनुयायी
वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की जन्मभूमि यावली शहीद में भी ग्रामजयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर, अमेरिका निवासी साहित्यिक विल हैरिस समेत गुरुदेव सेवा मंडल के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस अवसर पर रक्तदान शिबिर, स्वच्छता अभियान समेत विभिन्न प्रबोधन पर कार्यक्रमों के आयोजन किये गये. समूचे गांव को आकर्षक रुप से सजाकर पालकी यात्रा निकाली गई. किसानों का सम्मान व गोपालकाला से कार्यक्रम का समापन किया गया.

* किसानों का सम्मान यहीं सच्ची ग्रामजयंती- प्रकाश वाघ
कोरोना काल में समूचे विश्व में सबकुछ ठप हो गया था. ऐसी स्थिति में भी विश्व का पालनहार हमारा किसान खेतों में काम कर अनाज उगाने में व्यस्त था ताकि कोई भुखा न रहे, इसलिए कृषि प्रधान देश में किसानों का सम्मान यहीं सच्ची ग्रामजयंती रहने का प्रतिपादन अखिल भारतीय गुरुदेव सेवा मंडल के सर्वाधिकारी प्रकाश वाघ ने किया. किसानों के विकास के लिए ग्रामगीता पर अमल जरुरी रहने की बात भी उन्होंने अपने संबोधन मेें कहीं.

Related Articles

Back to top button