अमरावतीमहाराष्ट्र

बीते वर्ष में खाकी का बढा धाक, अपराध घटे, डिटेक्शन बढे

साल भर शहर में अबाधित रही कानून व व्यवस्था

* अपराधिक तत्वों व गिरोहों की जमकर कसी गई नकेल
* अब मोक्का व एमपीडीए की कार्रवाई में लायी जाएगी तेजी
* सीपी रेड्डी ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती /दि.1– वर्ष 2022 में घटित उमेश कोल्हे हत्याकांड की घटना के चलते अतिसंवेदन की श्रेणी में जा चुके अमरावती शहर में स्थिति को पहले की तरह सामान्य बनाते हुए कानून व व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने हेतु अमरावती शहर पुलिस ने प्रभावशाली ढंग से काम किया. जिसके लिए स्टाँग पुलिसिंग के साथ सोशल पुलिसिंग को जोडते हुए शहर में खाकी की मौजूदगी को बढाया गया. जिसके परिणाम स्वरुप वर्ष 2023 में क्राइम रेट काफी हद तक घटा. जिसकी तुलना में डिटेक्शन का प्रमाण काफी बडे पैमाने पर बढा. साथ ही इस वर्ष के दौरान अपराधिक तत्वों व अपराधिक टोलियों की जमकर नकेल कसी गई और 9 कुख्यात अपराधियों के खिलाफ एमपीडीए की कार्रवाई की गई. वहीं नये वर्ष में भी एमपीडीए सहित मोक्का कानून के तहत की जाने वाली कार्रवाईयों में तेजी लाया जाएगी. ताकि अपराधों व अपराधियों को नियंत्रण में रखा जा सके. इस आशय की जानकारी शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी द्वारा नववर्ष की पूर्व संध्या पर बुलाई गई पत्रवार्ता में दी गई.

नववर्ष की पूर्व संध्या पर अपने कार्यालय में बुलाई गई पत्रवार्ता में अमरावती शहर पुलिस द्वारा बीते एक साल के दौरान किये गये कामों का लेखाजोखा सीपी रेड्डी द्वारा मीडिया के समक्ष रखा गया. इस पत्रवार्ता में पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल तथा सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटिल, शिवाजी बचाटे व कैलास पुंडकर सहित सभी थानेदार भी उपस्थित थे. इस समय सीपी रेड्डी ने बताया किया एमपीडीए मोक्का व अन्य प्रतिबंधित कार्रवाईयों की संख्या बढाये जाने तथा थाना निहाय हिस्ट्रीशिटरों पर नजर रखे जाने की वजह से कही पर भी कोई कम्यूनल प्रॉब्लम पैदा नहीं हुआ.

* हत्या व हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले घटे
इस समय पूरे साल भर का लेखा-जोखा प्रस्तूत करते हुए सीपी रेड्डी ने बताया कि, सन 2023 में भाग-1 से भाग-5 के कुल 4 हजार 645 अपराधिक मामले दर्ज किये गये. जिसमें से 70 फीसद मामलों को सफलतापूर्वक जांच करते हुए सुलझा लिया गया. सन 2022 की तुलना में सन 2023 के दौरान 230 एफआईआर कम दर्ज हुये. साथ ही हत्या, हत्या का प्रया, बलात्कार, चोरी व सेंधमारी, जानवर चोरी, सरकारी कर्मचारियों पर हमले, आत्महत्या हेतु प्रवृत्त करने तथा सडक हादसे में मौत जैसे मामलों में अच्छी खासी कमी आयी है. दी गई जानकारी के मुताबिक गत वर्ष डकैती के 4 मामले दर्ज हुए थे जबकि इस वर्ष 9 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा इस वर्ष चेन स्नेचिंग के 13 मामले दर्ज किए गए जिसमें से 8 मामलों को पुलिस ने सुलझाया है. इसके अलावा रॉबरी के 80 मामलों में से 70 मामलों का पुलिस ने डिटेक्शन किया है. उनके मुताबिक इस वर्ष छेड़छाड़, दुष्कर्म के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है. गत वर्ष 55 की तुलना में इस वर्ष दुष्कर्म के 46 मामले दर्ज हुए हैं. रात में घर में सेंधमारी के 91 जबकि दिनदहाड़े 260 मामले दर्ज हुए हैं. इसमें से 41 फीसदी मामलों की जांच पूरी हुई. वर्षभर में दोपहिया चोरी के 456 मामले दर्ज किए गए. इसमें से 102 दोपहिया जब्त की गई. गत वर्ष 420 दोपहिया चोरी हुई थी. इसके अलावा वर्षभर में 82 मोबाइल चोरी की घटनाएं दर्ज हुई. वर्षभर में विनयभंग के 264, सरकारी कर्मचारियों पर 31 हमले तथा किडनैपिंग के 115 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें से 104 मामलों को सुलझा भी लिया गया है. इस वर्ष आत्महत्या के कुल 19 मामले दर्ज हुए हैं. दुर्घटना के कुल 78 मामले दर्ज हुए. इन दुर्घटनाओं में 80 लोगों की मौत हुई. गत वर्ष 94 दुर्घटना की केस दर्ज हुई थी. इसके अलावा हल्के किस्म की कुल 361 दुर्घटनाएं दर्ज हुई हैं.

* ऑनलाइन जालसाजी के मामलों में हुई वृद्धि
इस पत्रवार्ता में सीपी रेड्डी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2023 में ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. गत वर्ष 142 मामले दर्ज हुए हुए थे जिसमें इस वर्ष बढ़ोतरी होकर आंकड़ा 173 पर पहुंच गया है. इसमें से 98 मामलों में पुलिस ने पर्दाफाश भी किया है.

* पोक्सो के 177 मामले हुए दर्ज
पोक्सो के मामले में पुलिस ने इस वर्ष कुछ ज्यादा ही सख्ती से काम लिया है. कुल 177 में 175 मामलों में पुलिस ने डिटेक्शन कर न्याय दिलवाया. इस वर्ष पोक्सो के तहत 73 दुष्कर्म के जबकि 94 विनयभंग के मामले दर्ज हुए है.

* एट्रोसिटी व आर्म्स एक्ट सहित दारुबंदी को लेकर भी शनदार काम
एट्रोसिटी एक्ट के इस वर्ष 5 मामले दर्ज हुए है. आर्म्स एक्ट के तहत कुल 104 मामले दर्ज हुए है जबकि इसमें पिस्टल के 15 मामले है. दारूबंदी के तहत 1223 मामले दर्ज कर 1271 लोगों पर कार्रवाई की गई है. दारूबंदी के मामलों में पुलिस ने वर्षभर में कुल 1 करोड़ 12 लाख 50 हजार रुपये का साहित्य जप्त किया है. जुआ खेलने के कुल 623 मामले इस वर्ष दर्ज हुए जिसमें 1556 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई. पुलिस ने इस मामले में 74 लाख 36 हजार रुपये मूल्य का साहित्य जप्त किया है.

* गांजे व एमडी ड्रग्ज की भी पकडी गई तस्करी
– बडे पैमाने पर जुआ अड्डों पर छापा, 2 करोड की जब्ती
अमली पदार्थ की कार्रवाई के तहत कुल 37 मामले दर्ज हुए जिसमें गांजा के 20 मामले शामिल हैं. पुलिस ने इस वर्ष 350 किलो से अधिक गांजा जब्त किया है. इस वर्ष एमडी के कुल 05 केसेस दर्ज हुए. इस वर्ष गांजे के 20, एमडी के 5 तथा इनके सेवन के 12 को मिलाकर कुल 32 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा वर्ष भर में पुलिस ने 42 लाख 70 हजार 690 रुपये का गांजा तथा 18 लाख का एमडी ड्रग्ज जब्त किया.

* 67 को किया गया तडीपार, 8 पर एमपीडीए, 2 पर मोक्का
इस वर्ष तड़ीपारी के तहत 67 लोगों पर कार्रवाई की गई, जबकि एमपीडीए के तहत 8 तथा मोका के तहत 2 लोगों का समावेश है. पुलिस कमिश्नर ने जानकारी देते हुए बताया कि, आगामी वर्ष में एमपीडीए तथा मोका के तहत और अधिक कार्रवाई बढ़ाई जाएगी, जिससे अपराध पर लगाम कस सकें.

* शहर में जल्द ही लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
इस पत्रवार्ता में सीपी रेड्डी ने बताया कि, अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में शामिल मनपा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व निगरानी की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव लंबे समय से विचाराधीन है. यह प्रक्रिया कुछ तकनीकीकारणों की वजह से प्रक्रिया रूक गई थी, जिसे पूर्ण कर लिया गया है और अब यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जिसके चलते पूरी उम्मीद है कि, आगामी वर्ष में 90 करोड़ की लागत से लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरा लगाने की मंजूरी मिल जाएगी.

* शहर पुलिस के काफीले में जल्द शामिल होंगे नए वाहन
इसके साथ ही सीपी रेड्डी ने यह भी बताया कि, अमरावती शहर पुलिस के विभिन्न थानों व महकमों को नये वाहनों की जरुरत है. इस हेतु सरकार के पास पुलिस आयुक्तालय के लिए नए वाहनों का प्रस्ताव भेजा गया है. जिसे आगामी वर्ष में मंजूरी मिल जाएगी. इन वाहनों में 18 चारपहिया तथा 10 दुपहिया वाहनों का समावेश है. सभी दुपहिया वाहनों का उपयोग दामिनी पथक के रूप में किया जाएगा.

* हथियारों के लाईसेंस का नुतनीकरण नहीं कराने वालों पर नजर
इस पत्रवार्ता के दौरान सीपी रेड्डी ने बताया कि, अमरावती शहर में कुल 150 लोगों ने आत्मरक्षा हेतु हथियारों के लाईसेंस प्राप्त कर रखे है. जिन्हें हर साल अपने लाईसेंस का नुतनीकरण कराना होता है. लेकिन सभी लोगों ने अपने लाईसेंसों का नुतनीकरण नहीं करवाया है. ऐसे लोगों पर पुलिस द्वारा विशेष नजर रखी जा रही है और उन्हें जल्द ही हाजिर होने के चलते आदेशित किया जाएगा.

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