अमरावती/ दि.25– आज देश विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में प्रगती कर उच्च शिखर पर गांठने का प्रयास कर रहा है. किंतु आधुनिक युग में इंसान के मन की अंधश्रद्धा अब भी दूर नहीं हुई है. यह दुदैव की बात है. इंनसान के मन से अंधश्रद्धा दूर करना आवश्यक है. ऐसा प्रतिपादन डॉ. संतोष बनसोड ने व्यक्त किया. वे संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ से संलग्नित भारतीय महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना व्दारा हिंगलासपुर में आयोजित शिविर में अंधश्रद्धा मानसाचा शत्रु इस विषय पर प्रमुख वक्ता के तौर पर बोल रहे थे.
इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. हर्षल निंभोरकर, विनोदराव भगत, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रशांत विघे, महिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. स्नेहा जोशी, रासेयो के सहकार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुमेध वरघट, रासेयो महिला सहकार्यक्रम अधिकारी डॉ. पल्लवी सिंग उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन शोन लाड ने किया तथा आभार प्रतिक्षा ढोरे ने माना.