अमरावतीमहाराष्ट्र

संत कंवरराम मार्केट में अतिक्रमण के नाम पर धडाधड तोडफोड शुरू की

अचानक कारवाई से व्यापाारी सदमें में

अमरावती/दि.25– सोमवार को स्थानीय श्याम चौक स्थित संत कंवरराम व्यापारी संकुल में जब अमरावती महानगरपालिका के अतिक्रमण विभाग के तोडू दस्ते ने सुबह -सुबह अचानक अतिक्रमण हटाओं के नाम पर धडाधड तोडफोड शुरू कर दी है. इससे पहले कि वहां मौजूद व्यापारी कुछ सोच समझ पाते, अतिक्रमण तोडू दस्ते ने जमीन स्तर पर मौजूद लगभग 8-10 दुकानों को क्षति पहुंचा दी. व्यापारियों के अनुरोध तथा चर्चा करने के बाद अतिक्रमण विभाग ने संत कंवरराम व्यापारी संकुल के व्यापारियों को 2 दिनों की मोहलत देकर अगली कार्रवाई की चेतावनी देकर चलते बने. शहर को छोड संत कंवरराम मार्केट के भीतरी हिस्से के अतिक्रमण हटाने को लेकर आतुर अधिकारियों के रवैये से हर कोई हैरत में था. श्याम चौक स्थित संत कंवरराम मार्केट में कुल 29 प्रतिष्ठान है. जानकारी के अनुसार इसी संकुल में मौजूद एक व्यक्ति ने 14 मार्च 2024 को पार्किग में हो रही परेशानी के मद्देनजर मनपा प्रशासन के पास शिकायत दर्ज कराई थी. इस दिशा में महानगरपालिका प्रशासन के राजापेठ जोन ने व्यापारी संकुल को संयुक्त रूप से एक नोटिस जारी कर इस दिशा में शिकायत का निराकरण करने कहा था, इसके आधार पर व्यापारी संकुल ने 19 मार्च को महानगरपालिका प्रशासन को सिलसिलेवार खुलासा भी कर दिया था. खुलासे के बाद से संंकुल के सभी व्यवसायी निश्चित हो गये थे. लेकिन तूफान के पहले की शांति की तरह सोमवार 24 जून को मनपा प्रशासन का अतिक्रमण तोडू दस्ते के अचानक संकुल में पहुंचने और बगैर कोई सूचना के तोडफोड शुरू कर दी. जिससे व्यापारी खासे नाराज हो गये. इस दौरान संकुल में पूज्य कंवरराम के कंवर साई राजेशलाल, पूर्व पार्षद सुरेंद्र पोपली, संगत दारा, राजीव पोपली, महेश मूलचंदानी,कल्याण बोधानी, तुलसीरादास हरवाणी, ज्योतिप्रकाश बोधाणी, निखिल हरवाणी, कमल बुधलाणी, आनंद खत्री, रवि घुंडियाल, धीरज जायसवाल, सुनील बुधवाणी, राजकुमाल पोपली, सेवकराम बोधानी, यश पोपली, परवन हरवानी, निखिल हरवानी, पवन पगडीवाला, कमलेश तरडेजा, नेत्रपाल कुकरेजा आदि व्यवसायी मौजूद थे.

* मनपा प्रशासन ने दिया शुक्रवार तक का समय
महानगरपालिका प्रशासन का अतिक्रमण विभाग संकुल के कुछ हिस्से को तोडने के लिए आए थे. चर्चा के पश्चात महानगरपालिका प्रशासन ने शुक्रवार तक का समय दिया है. इसके दस्तावेजों को पेश कर निर्णय लिया जायेगा.
सुरेंद्र पोपली, पूर्व पार्षद

पूर्व सूचना न देने से हुआ काफी नुकसान, किसी ने संकुल को लेकर मनपा प्रशासन के पास शिकायत दर्ज कराई थी. हमारी ओर से शिकायत का निराकरण भी किया गया था. मनपा प्रशासन ने कार्रवाई से पूर्व कोई सूचना नहीं देने से हमारा काफी नुकसान हुआ है.
मंगत दारा, व्यवसायी

औचक कार्रवाई से सभी सदमें में हैं. संकुल के भीतर सभी प्रतिष्ठान हमारे स्वामित्व की है. महानगरपालिका अतिक्रमण विभाग की औचक कार्रवाई से हम सभी सदमें में है. महानगरपालिका प्रशासन ने बगैर पूर्व सूचना के कारवाई की है. यह ठीक नहीं है.
तुलसीदास हरवाणी, व्यवसायी

ओटे का दस्तावेजों में है उल्लेख महानगरपालिका जिस ओटे (चबूतरे) का हवाला देकर कार्रवाई कर रही हैं, उसका हमारे स्वामित्व के दस्तावेजों में स्पष्ट उल्लेख हैं. इतने बडे संकुल में पूर्व सूचना के कारवाई करना यह प्रशासन को हताशा और मुंहजोरी को दर्शाती है.
ज्योति प्रकाश बोधाणी, व्यापारी

विध्न संतोषी ने की थी शिकायत महानगर पालिका को संकुल के भीतर के किसी भी विघ्न संतोषी ने शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर हमारी ओर से नोटिस का जवाब देकर निराकरण भी किया गया. अगर मनपा संतुष्ट नहीं थी तो वे बात करतें, इस तरह की औचक कार्रवाई ठीक नहीं है.
– निखिल हरवाणी, व्यवसायी

 

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