अमरावती

अतिक्रमण के नाम पर महिला किसान पर हो रहा अन्याय

पत्रवार्ता में पीडिता ने दी अनशन की चेतावनी

* तहसीलदार व पटवारी को निलंबित करने की मांग

अमरावती/दि.22- किसी भी तरह का कोई आरक्षण नहीं रहने के बावजूद महिला सरपंच के पति दबाव में आकर पगडंडी रास्ता खुला करने के नाम पर खेत में खडी फसल पर जेसीबी चलानेवाले नायब तहसीलदार, मंडल अधिकारी व पटवारी को तुरंत निलंबित किया जाये और गांवगुंडों पर फौजदारी कार्रवाई की जाये. अन्यथा जिलाधीश कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन किया जायेगा. इस आशय की चेतावनी धामणगांव रेल्वे तहसील के अशोक नगर में रहनेवाली स्मिता संतोष राजनकर नामक महिला किसान ने दी है.
यहां पर बुलाई गई पत्रवार्ता में स्मिता राजनकर ने कहा कि, विगत धनत्रयोदशी के दिन जब उनके घर में उनके जेठ स्व. गणेश राजनकर की पहली पुण्यतिथि का कार्यक्रम शुरू था, तो महिला सरपंच के पति के दबाव में आकर कुछ गांवगुंडों ने उनके खेत की खडी फसल पर जेसीबी चला दी. इस संदर्भ में उन्हें 2 नवंबर की दोपहर 2 बजे पटवारी विजय वानखडे की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने के संदर्भ में पत्र मिला था. किंतु उस दिन धनत्रयोदशी थी और तहसील कार्यालय में सैंकडों मामले प्रलंबित रहने के बावजूद इस मामले में उसी दिन तहसील के अधिकारियों को खेत की खडी फसल में जेसीबी चलाने की जल्दबाजी हो गई थी. जिसका सीधा मतलब है कि, इस मामले में नायब तहसीलदार का व्यक्तिगत हित था. ऐसे में यदि संबंधितों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की जाती है और उन्हें न्याय नहीं दिलाया जाता है, तो वे जिलाधीश कार्यालय के सामने आमरण अनशन करना शुरू करेगी और अपनी 80 वर्षीय सास तथा पति व दो बच्चों के साथ अनशन पर बैठेंगी.

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