जारी वर्ष में १५ हजार शहरवासियों के आशियाना का सपना हुआ साकार
मकान, प्लॉट, और जमीन खरीदी, राजस्व का लक्ष्य होगा पूरा
अमरावती / दि.२०-कोरोना के कारण दो वर्ष में व्यवहार में बडे़ पैमाने पर कमी आई थी. लेकिन अब कोरोना का संक्रमण खत्म होने से संपत्ति खरीदी-विक्री के व्यवहार को गति मिली है. शहर के तीन सहदुय्यम निबंध कार्यालय में रोजाना भीड़ बढ़ती दिखाई देती है. जारी वर्ष में कम से कम १५ हजार शहर वासियों ने मकान, प्लॉट और मकान के लिए जमीन खरीदी की है. इसलिए उनका अपने आशियाने का सपना साकार हुआ है. मुद्रांक शुल्क के तौर पर लगभग १०० करोड़ का राजस्व सहनिबंधक कार्यालय को मिला है. संपत्ति खरीदी-विक्री के व्यवहार से रिकार्ड पंजीयन और मुद्रांक शुल्क से राजस्व सरकार के पास जमा हुआ है.
१०० करोड़ का राजस्व प्राप्त
जनवरी से नवंबर दौरान अमरावती में १५ हजार संपत्ति की खरीदी-बिक्री हुई. इसके एवज में १०० करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होने की जानकारी प्रशासन ने दी.
राजस्व का लक्ष्य होगा पूरा
* इस बार ११ वें महिने में सहनिबंधक कार्यालय को १०० करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ.
* सहदुय्यम निबंधक शहर-१ कार्यालय में वर्तमान स्थिति में २९,१९,७३,३४९ रुपए राजस्व प्राप्त हुआ है.
* मकानों और फ्लैट की खरीदी व विक्री से राजस्व प्राप्त हुआ है.
दर्ज संपत्ति का ब्यौरा
महिना दर्ज संपत्ति
जनवरी——३६४
फरवरी——३९९
मार्च——-५०३
अप्रैल——४५५
मई——–४७८
जून——-४९४
जुलाई——४०५
अगस्त——३६४
सितंबर—–३२७
अक्टूबर—-३०७
नवंबर——३५१
४४४७ संपत्ति का व्यवहार
वर्तमान में कार्यालय में ४४४७ संपत्ति का व्यवहार हुआ है. सर्वर स्लो होने से तकलीफ बढ़ जाती है. शुल्क के तौर पर २९.१९ करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ है.
-पी.वी.खंडेराव, सहदुय्यम निबंधक (अमरावती-१)
रेत उपलब्ध नहीं होती
निर्माण कार्य सामग्री की किमतें कुछ प्रमाण में कम होने पर भी निर्माण कार्य के लिए रेत उपलब्ध नहीं होती. जिसके कारण निर्माण कार्य और किमत पर इसका परिणाम हुआ है.
-संजय पर्वतकर, अध्यक्ष, क्रेडाई, अमरावती