अमरावती

राज्य में दो वर्षों में 22 बाघों का शिकार

पूर्व वनमंत्री मुनगंटीवार के पत्र से मची खलबली

* खबरचियों की हलचल पर संदेह, प्रशासन के सामने चुनौती
अमरावती/ दि.8 – देश में अधिकांश बाघ महाराष्ट्र में है. उसमें भी विदर्भ में सबसे ज्यादा संख्या है, मगर पिछले दो वर्षों में 22 बाघों का शिकार किये जाने की घटना टायगर संरक्षण की दृष्टि से खतरनाक होने का पत्र राज्य के पूर्व वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दिया. जिससे खलबली मच गई. वन विभाग खबरचियों पर सुक्ष्म नजर रखे, ऐसी सलाह भी पूर्व वनमंत्री मुनगंटीवार ने वन विभाग को दी है.
पूर्व वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने चंद्रपुर जिले में जनवरी 2020 से फरवरी 2022 के दौरान बाघ, तेंदुए के शिकार को देखते हुए सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में विशेष समिति गठित की जाए, ऐसा पत्र पूर्व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को 28 फरवरी 2022 को दिया था. इस पत्र के अनुसार वन विभाग ने बाघों के शिकार रोकने के लिए उपाय योजना नहीं की, यह हकीकत है. ब्रम्हपुरी वन विभाग में वन विभाग ने गिरफ्तार किये आरोपी ही खबरची बनकर वन्यजीव शिकार की जानकारी देकर पुरस्कार लेते है यह बात सामने आयी थी. गिरफ्तार आरोपी का पिछले दो वर्षों में चंद्रपुर जिले या विदर्भ में बाघों के शिकार के मामले में हस्तक्षेप होगा, ऐसा अनुमान सुधीर मुनगंटीवार ने लगाया है. इसके कारण पिछले दो वर्ष में 22 बाघ मारे गए, इस मामले में सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में विशेष जांच समिति गठित की जाए, ऐसी मांग मुनगंटीवार ने की है.

चंद्रपुर जिले में बाघों की मौत
– कापसी, तहसील सावली- 28 जनवरी 2020
– मुडझा, तहसील ब्रम्हपुरी- 11 जनवरी 2020
– पिंपलखुटा, तहसील चंद्रपुर- 18 जून 2020
– मुधोली, तहसील भद्रावती- 24 जुलाई 2020
– रत्नापुर, तहसील सिंदेवाही- 4 नवंबर 2020
– चकबोर्डा, तहसील चंद्रपुर- 25 अप्रैल 2021
– धानोरा, तहसील सिंदेवाही- 8 जून 2021
– पांच गांव, तहसील गोंडपिपरी- 21 अगस्त 2021
– भटारी, तहसील पोंभुर्णा- 10 सितंबर 2021
– चिंचबोडी, तहसील सावली- 8 अक्तूबर 2021
– खरकाडा-वाढोणा, तहसील नागभीड- 22 नवंबर 2021
– नलफाडी, तहसील राजुरा- 10 जनवरी 2021
– तोरगांव, तहसील ब्रम्हपुरी- 9 फरवरी 2022

वन्य प्राणियों के हमले में मृत व्यक्ति के परिवार को 20 लाख की सहायता दे
वन्य प्राणी के हमले में मरने वाले व्यक्ति के परिवारों को 15 की बजाय 20 लाख रुपए की सहायता दी जाए, इसके लिए नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र दिया जाएगा. खासतौर पर टायगर प्रोजेक्ट के अधिकारी खबरचियों की हलचल पर नजर रखे.
– सुधीर मुनगंटीवार, पूर्व वनमंत्री तथा विधायक

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